स्मार्ट सिटी के दावों की पोल खोल रही बारिश
बरेली(ब्यूरो)। चार दिनों से हो रही बारिश स्मार्ट सिटी बनाने का दावा करने वालों को आईना दिखा रही है। गली-मोहल्लों से लेकर हाइवे तक सब तालाब में तब्दील हो गए हैैं। बरेलियंस का घरों से निकलना भी दूभर हो गया है। लेकिन, जिम्मेदार टीम को निर्देश देने के आदेश से ही अपनी पीठ थपथपाने में लगे हैैं। सडक़ों पर गहरे गड्ढे, फैली हुई बजरी व सेफ्टी को दरकिनार कर किए जा रहे निर्माण कार्य बारिश में जख्म पर नमक का काम कर रहे हैैं।
हाइवे तालाब में तब्दील
बदायंू रोड पर चौरासी घंटा मंदिर से लेकर बीडीए कॉलोनी मोड़ तक रोड की हालत बहुत खराब है। चौरासी घंटा मंदिर से आगे रोड पर कई फीट गहरा गड्ढा खोदा गया था। लेकिन, बारिश के कारण कार्य नहीं हो सका है, जिससे एक लेन में सडक़ संकरी हो गई है और जाम की समस्या बनी हुई है। बीडीए की ओर से इस रोड को सिक्स लेन बनाया जा रहा है। रोड के गड्ढों में कुछ समय पहले ही बजरी बिछाई गई थी। लेकिन, जलभराव होने के कारण गड्ढे फिर से पहले जैसी स्थिति में पहुंच गए है। जिससे लोग बजरी से फिसलकर घायल भी हो रहे हैैं, इस रोड से गुजरना पब्लिक के लिए चुनौती साबित हो रहा है।
समस्या से निजात का इंतजार
शहर के अधिक घनत्व वाले क्षेत्रों में से एक सुभाष नगर के गली-मोहल्ले में जलभराव होने से लोग घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे है। इनमें भी सबसे बुरा हाल सुभाष नगर पुलिया का है। वहीं अधिकारी इसको लेकर लो लैैंड एरिया होने की बात करते हैै। लंबे समय से इस पुलिया पर जाम व जलभराव की समस्या से निजात दिलाने के लिए कभी अंडरपास तो कभी एफओबी बनाने की बात कहीं जाती रही है। लेकिन, सच्चाई इससे जुदा है, सुभाषनगर वासियों के लिए शहर से जुडऩे के लिए यह मुख्य मार्ग होने के कारण क्षेत्रवासियों के लिए इस जलभराव से मजबूरी में होकर गुजरना पड़ रहा है। इसके साथ ही स्टेशन रोड पर भी हर बार की तरह एक लेन में जलभराव हो गया, जिसमें ई रिक्शा व अन्य वाहन गिरते दिखे। यहीं हाल शहर में मढ़ीनाथ, संजय नगर, रामपुर गार्डन व अन्य इलाकों का है।
टीम है अलर्ट मोड पर
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ। अशोक कुमार का कहना है कि जलभराव की समस्या दूर करने के लिए टीम को लगाया गया है। साथ ही टीम को कहा गया है कि वार्ड पार्षद से संपर्क कर समस्या को सुलझाने का प्रयास करें। हमारी ओर से नालों की सफाई की गई थी। यहीं कारण कई स्थान पर कुछ देर के लिए पानी ठहर रहा है।