Bareilly: दयादृष्टि रंग विनायक रंग मंडल थिएटर फेस्ट में मंडे को द पोस्ट ऑफिस का मंचन किया गया. यह प्रस्तुति रंग विनायक रंग मंडल के कलाकारों ने पेश की. मृत्यु का भय लोगों को समय से पहले ही कमजोर बना देता है लेकिन एक बच्चा अमल मृत्यु के करीब होने के बावजूद जिंदगी के नए सपने देखता है. इसी से वह दर्शकों को सकारात्मकता का संदेश दे जाता है.


नाटक :    द पोस्ट ऑफिसलेखक :    रवींद्र नाथ टैगोरनिर्देशक :    प्र्रवीण शेखरकलाकार :    सृष्टि, नीलम, राजू चौहान, अजय चौहान, अनिरुद्ध सिंह, पप्पू वर्मा, दानिशप्रतीक्षा में निकले प्राणप्रस्तुत नाटक डाकघर का प्रमुख पात्र अमल एक भयंकर अज्ञात बीमारी से ग्रसित है। फिर भी उसके भीतर जीवन को निकट से देखने की और लगातार सीखने की घोर लालसा है। जीवन के इन अंतिम क्षणों में कैसे एक-एक पात्र वैद्य, पहरेदार, सुधा, चौधरी व दही वाली के  साथ बिताए पलों की यादें मन में संजोए और राजा से मिलने वाली चिट्ठी की प्रतीक्षा करते-करते जीवन की साधना का ये परम साधक चिर निंद्रा में लीन हो जाता है। ठीक वैसे ही नाटक के अंत में जानस कार्जेक 192 मासूम बच्चों के साथ जीवन के गूढ़ रहस्यों को खोजने के लिए खुशी-खुशी गैस चैम्बर में विलीन हो जाता है।

Today,s showनाटक    चेखव की दुनिया
समय    शाम 6:30 बजेस्थान    आईएमए ऑडीटोरियमकलाकार    सुनील उपाध्याय, प्रसन्ना जोशी, मधुमिता, रजनीबाला

Posted By: Inextlive