रिद्धिमा में हुआ ‘नागमंडल’ नाटक का मंचन
(बरेली ब्यूरो)। एसआरएमएस रिद्धिमा में रविवार शाम प्रसिद्ध नाटककार गिरीश कर्नाड के नाटक नागमंडल का मंचन एकलव्य थिएटर देहरादून ने प्रस्तुत किया। इसे दर्शकों ने खूब सराहा।
नाटक की शुरुआत रानी नाम की एक महिला से होती है जो अपने माता पिता की इकलौती बेटी है, जिसे बड़े लाड़ प्यार से पाला है। उसके पिता रानी की शादी अपर्णा नाम के व्यक्ति से करा देते हैं। रानी का पति उसे ब्याह कर लाते ही घर में बंद कर देता है उसको लगता है कि कोई पराया मर्द रानी को न देख सके। लेकिन खुद अपनी पत्नी को घर में बंद कर किसी दूसरी स्त्री के पास चला जाता है। रानी अपने पति का प्रेम पाने की लालसा में एक बूढ़ी अम्मा की सीख पर जादू टोना करने के लिए अपने पति को दूध में मिलाकर कुछ देती है जिससे रानी का पति उसे प्रेम करने लगे। लेकिन इस दूध को गलती से उनके घर के पास बांबी में रहने वाला एक इच्छाधारी नाग पी जाता है। इससे यह जादू नागराज पर हो जाता है। नाटक का निर्देशन अखिलेश नारायण ने किया। अपर्णा के किरदार में अखिलेश नारायण, रानी के किरदार में ज्योति कोठारी रहीं। शैलेश कुशवाहा, आयुष कुमार, कारण सिंह, साहिल राठौड़, ऋ षभ भटियानी, विशाल वर्मा, मनीषा सेमवाल, तुषार बिष्ट, मयंक शाह, परमजीत और हर्ष मिश्रा ने भी किरदारों को बखूबी निभाया। इस अवसर पर एसआरएमएस ट्रस्ट के चेयरमैन देव मूर्ति जी, आशा मूर्ति जी, आदित्य मूर्ति जी, ऋ चा मूर्ति जी, बरेली कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। अनुराग मोहन भटनागर आदि रहे।