बड़ी कठिन है डगर कारोबार की
बरेली (ब्यूरो)। कुतुबखाना पुल निर्माण के कारण तो यहां आना ही मुसीबत मोल लेना है। हर तरफ धूल, रास्ता खराब और इस भी अतिक्रमण, कोई देखने वाला ही नहीं है। लगता सभी जिम्मेदार यहां की बदहाली से आंखें मूदे हुए हैं। यह कहना है जिला पंचायत रोड मार्केट में शॉपिंग करने के लिए आने वालों का और यहां से गुजरने वाले आम लोगों का। दरअसल कुतुबखाना फ्लाईओवर निर्माण के कारण पूरा ट्रैफिक जिला पंचायत रोड पर डायवर्ट किया गया है। इस रोड से ही कुतुबखाना फ्लाईओवर निर्माण सामग्री ले जाने वाले वाहन भी निकल रहे हैं। इससे सडक़ पर मिट्टी फैली हुई है और जब वाहन निकलते हैं तो धूल का गुबार सा उठता है। इससे रोड की मार्केट भी बर्बाद हो रही है। इस रोड पर अतिक्रमण से भी लोगों का निकलना मुश्किल हो रहा है। बदहाली से यहां कस्टमर्स भी आने से कतराते हैं।
धूल बना रही बीमार
जिला पंचायत रोड पर बैठे दुकानदार भी धूल से परेशान हैं। दुकानदारों का कहना है कि इस रोड पर बिजनेस करना धूल के कारण मुश्किल हो गया है। क्योंकि इस धूल में बैठने से वो बीमार भी हो रहे हैं और ट्रैफिक इतना अधिक हो गया है कि लोगों को निकलना भी मुश्किल हो रहा है। अधिक ट्रैफिक होने के कारण इस रोड पर धूल का गुबार दिन भर बना रहता है। मास्क लगाकर बैठते हैं तो भी कई बार मास्क हटाना पड़ता है, इससे धूल भी सांस रोगी बना रही है।
कुतुबखाना एरिया में आने जाने के लिए अब जिला पंचायत रोड ही मेन रोड बची है। क्योंकि कुतुबखाना रोड को ब्लॉक भी कर दिया गया है और फ्लाईओवर निर्माण के चलते लोगों को निकलने में भी डर लगता है। विगत दिनों हुए हादसे के बाद से लोगों को उधर से निकलने में डर सताने लगा है। जिला पंचायत रोड पर इसी कारण ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है। इसका मेन कारण है कि जो कुतुबखाना फ्लाईओवर पहले ही काफी बन जाना चाहिए उसकी डेटलाइन लगातार बढ़ती जा रही है। दिसम्बर में बनना फाइनल हुआ था उसके बाद अब उसको वर्ष 2024 में पूरा करने के लिए टाइम दिया गया है। यह लेटलतीफी भी बड़ा कारण है बन गया है।
फेस्टिव सीजन में बिक्री आधी
दुकानदारों की माने तो जिला पंचायत रोड मार्केट में ट्रैफिक की कमी नहीं है लेकिन कस्टमर्स अब आधे भी नहीं बचे हैं। यही कारण है दुकानदार मायूस होकर किसी तरह दुकान पर बैठे रहते हैं। पिछले वर्षो की मुकाबले इस बार इस एरिया का बिजनेस आधा भी नहीं बचा है।
इस एरिया शॉपिंग करने के लिए आना अब मुश्किल भरा हो गया है। क्योंकि यहां पर अक्सर धूल के गुबार उड़ते रहते हैं। इसके साथ ही इस रोड पर ट्रैफिक अधिक हो गया है मुश्किल लगता है इधर आना।
चिराग जौहरी कुतुबखाना फ्लाईओवर के कारण इस रोड की मार्केट में अब बिक्री भी घटी है, लेकिन इस रोड पर ट्रैफिक अधिक हो गया है तो लगता है कि इस रोड पर कस्टमर्स अधिक हैं, लेकिन ऐसा नहीं है।
शिवेंद्र कस्टमर्स इस रोड पर आए तो कैसे आए क्योंकि यहां पर मार्केट में निकलना भी मुश्किल हो रहा है। इस रोड पर निकलने की मुश्किल के कारण हादसा होने का डर लगता है।
विकास सबसे मुश्किल भरा लगता है कि यहां पर ट्रैफिक इतना अधिक और ऊपर अतिक्रमण हो गया है। फ्लाईओवर के कारण यहां पर निकलना भी मुश्किल हो गया है। इसीलिए जिला पंचायत रोड पर भी नहीं आता हूं।
रामाशंकर