शहर की सरकार के लिए मतदान के दिन करीब आ रहे हैैं प्रत्याशियों ने भी मैदान में जोर लगाना शुरू कर दिया है. इस के साथ ही गली-मोहल्लों से ले कर नुक्कड़ तक चुनावी चर्चा ने रफ्तार पकड़ ली है.

बरेली(ब्यूरो)। शहर की सरकार के लिए मतदान के दिन करीब आ रहे हैैं, प्रत्याशियों ने भी मैदान में जोर लगाना शुरू कर दिया है। इस के साथ ही गली-मोहल्लों से ले कर नुक्कड़ तक चुनावी चर्चा ने रफ्तार पकड़ ली है। लोगों के मुद्दे व उन की अपेक्षाएं जानने के लिए फ्राइडे को दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की टीम पहुंची वार्ड 80 रबड़ी टोला में, जहां लोगों ने आई नेक्स्ट के मंच से खुल कर अपने मुद्दों पर आवाज उठाई।

साफ पानी भी नहीं नसीब
स्थानीय लोगों ने बताया कि वार्ड में साफ पेयजल का अभाव है। पानी गंदा आता है, काफी देर तक टैप को चलाने के बाद भी साफ पानी नहीं आता है। पानी की पाइपलाइन डाली गई थी, लेकिन अब भी कनेक्शन नहीं दिया गया है। ऐसे में लोग साफ पेयजल की समस्या से भी जूझ रहे हैैं। हालांकि इस का समाधान अब तक नहीं किया गया है। क्षेत्र में रेगुलर साफ-सफाई नहीं होती है। सीवेज सिस्टम की हालत भी काफी खराब है, विकास कार्य अगर होते हैैं तो उस में भी क्वालिटी का अभाव रहता है। बारिश के दौरान क्षेत्र में जलभराव हो जाता है, जिससे स्कूली बच्चों से ले कर सभी का घरों से निकलना तक दूभर हो जाता है।

बिना प्लान हो रहा काम
शहर को स्मार्ट सिटी बनाया जा रहा है। लेकिन, जिम्मेदारों द्वारा इस का बिना प्रॉपर प्लान के काम किया गया है। विकास को मुख्य मार्ग तक सीमित रखा गया है, वार्ड के अंदर फोकस नहीं किया जा रहा है। जहां काम किया जा रहा है, वहां पर पब्लिक सेफ्टी को भी इग्नोर किया जा रहा है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रत्याशी जो भी जीते सिर्फ वादों तक सीमित न रहे, ग्राउंड पर जा कर लोगों की समस्याओं को सुने और निस्तारण करने का हर संभव प्रयास करे। साथ ही जनता के बीच पक्षपात न करे। उसे ही वोट दिया जाएगा, जो सब को ही साथ ले कर चलने में विश्वास करता होगा।

वार्ड की प्रमुख समस्याएं
-साफ पेय जल का अभाव
-नालियां का नेटवर्क पर ध्यान देना होगा
-रेगुलर सफाई न होना
-टूटी सडक़
-लाइन पडऩे के बाद भी नहीं हुआ कनेक्शन
-जलभराव की समस्या
-स्ट्रीट लाइट्स दुरुस्त कराई जाएं


स्मार्ट सिटी के तहत मुख्य मार्गों पर ही ध्यान दिया जा रहा है। गलियों पर भी फोकस करना चाहिए, जिससे सुविधाएं सब के ही हिस्से में आएं।
अब्दुल हन्नान

जीतने के बाद कैंडीडेट क्षेत्र में नहीं आते हैैं, जबकि पब्लिक से लगातार कनेक्ट रहना चाहिए, जिससे समस्याओं की जानकारी हो सके।
वसीम अहमद

शहर में सीवेज सिस्टम की बहुत बड़ी समस्या है, इस में सुधार होना चाहिए। वहीं गली-मोहल्लों की भी रेगुलर सफाई होनी चाहिए।
जमाल अहमद

क्षेत्र में सडक़ खोद कर लाइन डाल दी गई है, जिससे रोड तो खराब हो गई, लेकिन अब तक घरों में सप्लाई नहीं पहुंच सकी है।
मोहम्मद वासिक

सैलानी रोड की स्थित खराब है, गलियों मेंं व नालियों की सफाई नहीं होती है। कार्य किए जाते हैैं, लेकिन उस में क्वालिटी का अभाव रहता है।
आमिर जमाल

स्मार्ट सिटी के तहत कार्य करने से पहले पानी की निकासी आदि समस्याओं पर विचार नहीं किया गया, प्रॉपर प्लानिंग का अभाव नजर आता है।
अफाक अहमद

गलियों, नालियों व सीवर की हालत खराब है, इस पर किसी का ध्यान नहीं जाता है। जिससे जलभराव की समस्या उत्पन्न हो जाती है।
तनवीर अख्तर

साफ पेयजल का अभाव है, इस पर भी जिम्मेदारों को गौर करना चाहिए। प्रत्याशी जो भी जीते उस से यह अपेक्षा रहेगी कि वह विकास पर फोकस करे।
आदिल अहमद

मौलाना आजाद इंटर कॉलेज के ग्राउंड पर प्रोजक्ट लगा कर उसे खत्म कर दिया गया है। यहां पर सभाएं होती थी, बच्चे गेम खेला करते थे।
खलियत महबूब

Posted By: Inextlive