निर्माण कार्य के चलते बाजार का हाल बेहाल
बरेली (ब्यूरो)। होली के त्योहार में कुछ दिन ही शेष रह गए हैैं, इन दिनों बाजार में ग्राहकों की अधिक भीड़ होती है। लेकिन, निर्माण कार्य, धूल और जाम की समस्या के कारण मार्केट में अपेक्षित ग्राहक नहीं पहुंच पा रहे हैैं। वहीं धूल की समस्या ग्राहकों और दुकानदार दोनों के लिए मुसीबत साबित हो रही है, ग्राहकों को जहां स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होने का डर है तो वहीं व्यापारियों को इसके चलते आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। चाहें घंटाघर मार्केट हो या फिर कोहाड़ापीर मार्केट दोनों स्थानों पर निर्माण कार्य के चलते 50 पर्सेंट सेल पहले की अपेक्षा कम हो गई है।
मजबूरी में पहुंच रहे ख्ररीददार
कोहाड़ापीर पेट्रोल पंप के सामने से फ्लाईओवर निर्माण कार्य के चलते खोदाई की गई है, जिससे यह रास्ता बैरियर लगाकर बंद कर दिया गया है। ऐसे में मजबूरी मेंं लोग गलियों के सहारे कोहाड़ापीर रोड स्थित दुकानों पर शॉपिंग के लिए पहुंच रहे हैैं। इसमें भी रोड किनारे किया गया अतिक्रमण लोगों के लिए परेशानी का सबब बन रहा है। कोहाड़पीर रोड स्थित दुकानों पर वह ग्राहक ही पहुंच पा रहे हैैं, जिन्हें जरूरी सामान अन्य स्थानों पर नहीं मिल पा रहा है। निर्माण के चलते सेल पहले के मुकाबले 50 पर्सेंट रह गई है। वहीं स्थानीय दुकानदारों का कहना है निर्माण कार्यों में तेजी लानी चाहिए, जिससे व्यापारियों को नुकसान न उठाना पड़े।
दुकानदार बताते हैैं कि निर्माण कार्य के चलते उनके प्रोडक्ट्स पर मोटी धूल की चादर बन गई है। इसको साफ करने काफी मुश्किल हो जाता है, दिनभर में दो से तीन बार धूल को साफ करना पड़ता है। वहीं धूल के कारण बार-बार साफ करने से प्रोडक्ट्स अपनी शाइन भी खो रहे हैैं। इसको लेकर पानी का छिडक़ाव नियमित रूप से होना चाहिए। इसके अलावा कई प्रोडक्ट्स पर इतनी धूल जम गई है कि वह साफ होने के बाद खराब हो जाते हैैं, जिससे आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ता है।
अतिक्रमण ने बढ़ाई परेशानी
निर्माण कार्य के कारण रास्ता वैसे ही बाधित हो रहा है, उस पर भी रोड के दोनों साइड में अतिक्रमण के कारण लोगों को जाम की समस्या से जूझना पड़ता है। इसको लेकर नगर निगम की ओर से कार्रवाई की जाती है, जोकि हर बर नाकाफी साबित होती है।
ग्राहकों की घटी संख्या
व्यापारियों का कहना है कि पहले होली पर मार्केट गुलजार रहा करता था। मार्केट में त्योहार पर ही उछाल आता है, लेकिन इस बार काफी कम संख्या में ग्राहक मार्केट का रुख कर रहा है। वहीं जो ग्राहक मार्केट आ रहे हैैं, वह यहां कि स्थिति देखकर दूसरे से इस साइड न आने के लिए कह रहे हैैं क्योंकि धूल और निर्माण के कारण यहां शॉपिंग करना चुनौतीपूर्ण हो रहा है।
दुकानों पर पहले की अपेक्षा 50 पर्सेंट ही ग्राहक पहुंच रहे हैैं। त्योहार पर पहले बाजार गुलजार रहा करता था। लेकिन अब काफी कम ग्राहक ही आ रहे है, ऐसे में व्यापारियों का काफी परेशानी हो रही है।
हाजी जावेद खान, अध्यक्ष, कुतुबखाना व्यापार मंडल दुकान में लगे माल पर मोटी धूल की चादर चढ़ गई है, कई बार साफ करना पड़ता है। बार-बार साफ करने से प्रोडक्ट भी अपनी चमक खो देता है। इससे ग्राहक उसे लेने में रूचि नहीं दिखाता है।
फहीम शम्सी, व्यापारी
निर्माण कार्य के चलते दुकानों पर मात्र 15 पर्सेंट ग्राहक ही आ पा रहे हैैं। इनमें भी वह ही आ रहे हैं जिन्हें यहां मजबूरी में आना पड़ रहा है।
जतिन गांधी, व्यापारी
धूल के कारण आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है, क्योंकि धूल लगा हुआ प्रोडक्ट ग्राहक लेना नहीं चाहता है। ऐसे में माल खराब हो जाता है, डस्ट को लेकर छिडक़ाव जरूर करना चाहिए।
वसीम शम्सी, व्यापारी