-आए दिन ट्रांसफार्मर हो रहे खराब, पब्लिक की बढ़ी परेशानी

>BAREILLY:

दिन-ब-दिन बढ़ते टेंप्रेचर और ओवरलोड ट्रांसफार्मर सहन नहीं कर पा रहा हैं। टेंप्रेचर और ओवरलोड के कारण ट्रांसफार्मर का फ्यूल कूलिंग पावर काम नहीं कर रहा है। नतीजतन ट्रांसफार्मर फुंक जा रहा है। इसके चलते सिटी से लेकर रूरल एरिया में बिजली व्यवस्था बेपटरी हो जा रही है। कुछ जगह तो विभाग अल्टरनेटिव ट्रांसफार्मर की व्यवस्था कर दे रहा है लेकिन ज्यादातर जगहों पर दोबारा ट्रांसफार्मर लगने तक लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

फ्यूल का कूलिंग पावर हुआ कम

हर ट्रांसफार्मर के फ्यूल की एक निर्धारित टेम्प्रेचर को मेंटेन करने की कूलिंग पावर होता है। ट्रांसफार्मर क्षमता से मैक्सिमम 80 फीसदी तक ही लोड उठा सकता है। इससे अधिक लोड पड़ने पर ट्रांसफॉर्मर फुंकने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। बता दें कि प्रजेंट टाइम में 20 मेगावॉट तक बिजली का लोड बढ़ गया है। जबकि टेंप्रेचर भी 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। जिससे ट्रांसफार्मर हीट होकर फुंक जा रहा है।

हर महीने 70 से अधिक खराब

कूलिंग पावर कम होने का ही नतीजा है कि हर महीने 70 से अधिक ट्रांसफार्मर खराब हो रहे हैं। इनमें से 8 से 10 ट्रांसफार्मर शहर और बाकी ग्रामीण क्षेत्र के ट्रांसफार्मर फुंक रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्र में सबसे अधिक दिक्कत इस लिए भी आ रही है कि यहां पर फ्यूल चोरी भी बड़े स्तर पर हो रही है। जिस वजह से ट्रांसफार्मर समय से पहले ही दम तोड़ दे रहें हैं। मई-जून में यह आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है। वर्कशॉप के इंचार्ज रंजीत ने बताया कि एक खराब ट्रांसफार्मर के ठीक करने में एक वीक का समय लगता है। पिछले साल गर्मी में 300 से 400 ट्रांसफार्मर खराब होने के मामले हर महीने आते थे।

बढ़ रही पब्लिक की परेशानी

ट्रांसफार्मर के खराब होने से पब्लिक के सामने समस्या खड़ी हो जा रही है। क्योंकि, एक बार ट्रांसफार्मर खराब होने पर संबंधित एरिया में कई दिनों तक नया ट्रांसफार्मर नहीं लग पाता है। एक महीने पहले लमखेड़ा में एक ट्रांसफार्मर फुंक गया था, लेकिन अब तक ट्रांसफार्मर बदला नहीं जा सका है। वहीं 15 दिन पहले सीबीगंज एरिया में भी हीटिंग की वजह से एक ट्रांसफार्मर में आग लग गयी थी। एरिया के लोगों को एक वीक तक अंधेरे में रहना पड़ा था।

Posted By: Inextlive