Bareilly: सीबीएसई के स्टूडेंट्स अब टेक्निकली और साउंड होंगे. उनका प्रैक्टिकल नॉलेज स्ट्रांग होगा. यही नहीं वे इंटरनेशनल लेवल के वोकेशनल कोर्सेज भी पढ़ पाएंगे. इसके लिए सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन नई दिल्ली ने ऑस्ट्रेलिया स्थित पर्थ के सेंट्रल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी सीआईटी से करार किया है. जिसके तहत सीबीएसई के मास्टर ट्रेनर्स को ट्रेनिंग दी जाएगी. साथ ही इंस्टीट्यूट द्वारा डिजाइन कोर्सेज भी सीबीएसई के स्कूल्स में कंडक्ट किए जाएंगे.


क्या है CIT? सीआईटी एक वोकेशनल एजुकेशन इंस्टीट्यूट है जो गवर्नमेंट ऑफ वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेनिंग एंड वर्कफोर्स डिपार्टमेंट से रजिस्टर्ड है। सीआईटी वोकेशनल एजुकेशन के करिकूलम को डिजाइन करती है। इंडस्ट्री और इंडीविजुअलस को ट्रेनिंग भी देती है।क्यों महसूस हुई जरूरतसीबीएसई ने स्कूल लेवल पर ही स्टूडेंट्स को थ्योरेटिकल नॉलेज के अलावा प्रैक्टिकल नॉलेज में भी पारंगत करने की योजना बनाई है। जिससे स्टूडेंट्स मार्केट की डिमांड के अनुसार अपना स्किल डेवलप कर सकें।ऑस्ट्रेलिया में मिलेगी trainingसीबीएसई ने सीआईटी से एमओयू साइन किया है। इसके तहत वोकेशनल एजुकेशन में सीबीएसई के मास्टर ट्रेनर्स को ऑस्ट्रेलिया में ट्रेनिंग दी जाएगी। जिसके बाद ये मास्टर ट्रेनर्स सीबीएसई के स्कूलों को ट्रेंड करेंगे।CIT ने design किए


सीआईटी द्वारा डिजाइन किए गए चार वोकेशनल कोर्सेज भी सीबीएसई के स्कूल्स में कंडक्ट किए जाएंगे। नेक्स्ट सेशन से सीबीएसई के क्लास 11 और 12 में इसकी पढ़ाई भी स्टार्ट हो जाएगी। Courses-डिजाइन फंडामेंटल- इसके तहत स्टूडेंट्स डिजाइन टेक्नोलॉजी और टेक्नीक्स की सहायता से डिजाइन कॉन्सेप्ट्स को क्रिएट और कम्यूनिकेट कर सकेंगे।-बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन- इस कोर्स से स्टूडेंट्स बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन की स्पेशलाइज्ड स्किल्स सीखेंगे। स्टूडेंट्स अकाउंट्स, कीबोर्ड स्किल्स और वर्ड प्रोसेसिंग टॉपिक्स पर महारथ हासिल करेंगे।

-म्यूजिक टेक्निकल प्रोडक्शन- म्यूजिक इंडस्ट्री के रिकॉर्डिंग प्रॉसेस, मिक्सिंग, एडिटिंग और पोस्ट प्रोडक्शन की स्किल्स हासिल करेंगे।-ब्यूटी सर्विसेज- इस कोर्स से स्टूडेंट्स ब्यूटी थेरेपी की स्किल्स हासिल करेंगे। जिसमें बेसिक ब्यूटी ट्रीटमेंट्स के साथ क्लाइंट्स सर्विसेज की बारीकियां बताई जाएंगी।

Posted By: Inextlive