इकोनॉमिक्स की टेक्नीकैलिटीज को समझें, तभी आएंगे अच्छे मार्क्स
BAREILLY:
कॉमर्स स्ट्रीम वाले स्टूडेंट्स अक्सर अकाउंट्स की स्टडी के चलते इकोनॉमिक्स को फॉर ग्रांटेड लेने लगते हैं, जिसका खमियाजा उन्हें इस सब्जेक्ट के खराब रिजल्ट के रूप में भुगतना पड़ता है। ये बहुत ही टेक्नीकल सब्जेक्ट है। इसलिए इसकी डीप स्टडी पर ही आप अच्छे मार्क्स ला पाएंगे। इकोनॉमिक्स की तैयारी के लिए जरूरी टिप्स और टॉपिक्स की जानकारी हम अपने एक्सपर्ट की राय के आधार पर आप तक पहुंचा रहे हैं। ये टॉपिक्स देंगे रिजल्ट को बढ़तइस साल एग्जाम का पैटर्न चेंज हुआ है, जिसमें पूछे जाने वाले क्वेश्चंस की संख्या फ्ख् से घटाकर ख्9 कर दी गई है। खास बात ये है कि इसमें ऑप्शनल क्वेश्चंस बढ़ाकर 7 कर दिये गए हैं। इसलिए स्टूडेंटस इसे औ भ् नंबर में आने वाले वैल्यू बेस्ड क्वेश्चन को जरूर करें, इनमें सॉलिड मार्क्स मिलते हैं। हर यूनिट की स्मार्ट तैयारी के लिए पेपर पैटर्न में उस यूनिट के वेटेज पर जरूर ध्यान दें। इंर्पोटेंट टॉपिक्स की बात करें तो माइक्रो इकोनॉमिक्स में डिमांड, कंज्यूमर इक्यूलिबिरियम, फॉर्म ऑफ मार्केट, प्राइज डिटरमिनेशन जबकि मैक्रो इकोनॉमिक्स में सप्लाई, मनी बैकिंग, गवर्नमेंट बजट, नेशनल इनकम को जरूर तैयार करें।
इस पेपर में ख्0 मार्क्स में न्यूमेरिकल पूछे जाते हैं। जिसमें नेशनल इनकम से 9, इलेस्टीसिटी ऑफ डिमांड से ब्, इलेस्टिसिटी ऑफ सप्लाई से ब्, कॉस्ट व रिवेन्यू से फ् मार्क्स के न्यूमेरिकल आते हैं। मार्क्स डिस्ट्रीब्यूशन के हिसाब से ही इनकी प्रैक्टिस करें।
इनका रखें खास ध्यान इस पेपर में अच्छे मार्क्स के लिए टेक्नीकल लैग्वेंज में आंसर दें। ध्यान रहें क्वेश्चन की मांग के एकॉर्डिग ही आंसर की लेंथ रहे। इसके न्यूमेरिकल पोर्शन को थ्योरी से कम आंकने की गलती न करें। स्टेप-वाइज आंसर सॉल्व करें, न्यूमेरिकल में हमेशा सॉलिड मार्क्स मिलते हैं। डायग्राम व टेबिल को रटने या याद करने की बजाय यदि आप सेलेक्टेड टॉपिक को समझने पर ध्यान देंगे तो ये दोनों चीजें ही खुद से कवर हो जाएंगी। आंसर में जरूर के हिसाब से ज्योमेट्रिकल प्रेजेंटेशन पर ध्यान दें। च्वाइस वाले क्वेश्चंस में हमेशा थ्योरी से ज्यादा न्यूमेरिकल को प्रायरिटी दें। इकोनॉमिक्स बहुत ही टेक्नीकल सब्जेक्ट है, इसमें अच्छे मार्क्स के लिए आंसर को टू द प्वाइंट लिखें और टेबिल व डायग्राम रिप्रेजेंटेशन पर ध्यान दें। मॉडल पेपर जरूर करें। - सचिन आंनद, इकोनॉमिक्स टीचर, डीपीएस