टेक्नोक्रेट बनें टीचर्स
बीसीबी के एजूकेशन डिपार्टमेंट में ऑर्गनाइज फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम
एक्सपर्ट्स ने दी इंट्रेस्टिंग वे में पढ़ाने की सलाह BAREILLY: बीसीबी के एजूकेशन डिपार्टमेंट की तरफ से ऑर्गनाइज हो रहे 'पर्टिनेंट इश्यूज इन टीचर एजूकेशन' टॉपिक के फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम्स में टीचर्स को हाईटेक चोला पहनने की सीख दी गई। प्रोग्राम में शिरकत करने वाले एक्सपर्ट्स ने बदलते समय में एजूकेशन को और रोचक बनाने और प्रभावी करने के लिए टीचर्स को टेक्नोलॉजी के माध्यम से शिक्षा देने पर जोर दिया। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे शिक्षा में गुणवत्ता तो आएगी ही साथ ही स्टूडेंट्स लेटेस्ट नॉलेज रोचक तरीके से गेन कर सकेंगे। जस्टिस वर्मा की कमेटी की रिपोर्टआगरा से आए प्रो। केसी वशिष्ठ ने बताया कि हायर एजूकेशन में पेश की जस्टिस वर्मा कमेटी की रिपोर्ट में टीचर्स एजूकेशन की गुणवत्ता पर बेहद गंभीर सवाल खड़े किए गए हैं। इसे इंप्रूव करने और टीचर्स को खुद को अपडेट करने के लिए उन्हें स्वयं कदम उठाने होंगे। लखनऊ यूनिवर्सिटी की डॉ। किरन लता डंगवाल ने कहा कि प्रजेंट में एजूकेशन को प्रभावी बनने के लिए टीचर्स को हाईटेक होना पड़ेगा। उन्हें टेक्नोलॉजी के विभिन्न माध्यमों का इस्तेमाल कर स्वयं को समृद्ध करना होगा। इस ऑकेजन पर आरयू के प्रो। गिरिजेश कुमार, डॉ। आरपी सिंह, हेड डॉ। उमा व्यास, प्रो। एमसी रस्तोगी, डॉ। जोगा सिंह समेत कई टीचर्स मौजूद रहे।