टैक्स कलेक्टर की मौत, सीटीओ घिरे
समाजवादी योजना के खाते और टैक्स बिल के दोहरे दबाव ने कर्मचारी की ली जान
कर्मचारियों का आरोप सीटीओ ने संडे को निगम बुलाकर फटकारा, सस्पेंशन की दी धमकी सीटीओ के खिलाफ हुई नारेबाजी, मेयर कराएंगे मामले की जांच, शासन को जाएगी रिपोर्ट BAREILLY:विवादों से चोली दामन का रिश्ता बना चुके नगर निगम की साख पर पहले ही घोटालों के स्याह धब्बे लगे हैं, लेकिन एक दुखद घटना के बाद निगम की मैली हो रही तस्वीर पर मौत का दाग भी लग गया है। ट्यूजडे को काम के जबरदस्त दबाव और अधिकारियों की फटकार व डर के चलते निगम के एक टैक्स कलेक्टर की मौत हो गई। अचानक हुई इस घटना से टीसी के घर पर ही नहीं निगम में भी कोहराम मच गया। परिजनों ने यकायक हुई इस मौत के पीछे ऑफिस में काम का जबरदस्त दबाव होने की बात मानी। वहीं साथी कर्मचारियों ने इसके लिए चीफ टैक्स ऑफिसर राकेश कुमार सोनकर को ही असल जिम्मेदार ठहराया।
मौत से सदमे में परिजननगर निगम में टैक्स कलेक्टर राम दास मौर्या की ट्यूजडे सुबह करीब पौने दस बजे घर पर अचानक मौत हो गई। परिजनों ने बताया कि मंडे सुबह से ही उनकी तबियत खराब होने लगी थी। मंडे रात को ही उन्हे खून की उल्टियां हुई। अगली सुबह ट्यूजडे को फिर उन्हें खून की उल्टियां हुई। इस पर बड़े बेटे सुमित मौर्य उन्हें सिविल लाइंस स्थित एक डॉक्टर के यहां ले गए। घर वापस आने के बाद अचानक तबीयत बिगड़ने लगी और राम दास मौर्य की मौत हो गई। इससे परिवार में कोहराम मच गया। परिजनों को यकीन नहीं हुआ कि इतनी जल्द उनकी मौत हो गई।
परिजनों ने माना तनाव में थे टैक्स कलेक्टर राम दास मौर्य की तबियत संडे तक नॉर्मल थी। ट्यूजडे सुबह पिता की अचानक मौत से टूट चुके बड़े बेटे ने सुमित ने बताया कि उसके तीन और भाई दीपक, विनीत और दुर्गेश भी इससे बेहद सदमे में हैं। सुमित ने बताया कि पापा पर पिछले कुछ दिनों से ऑफिस के काम का जबरदस्त तनाव था। हालांकि उन्होंने इसका जिक्र नहीं किया था लेकिन कभी कभी वे बहुत परेशान हो जाते थे। संडे को भी ऑफिस बुलाए जाने से वह बहुत चिढ़ गए थे और वापिस आने पर बहुत परेशानी में थे। सीटीओ ने दी थी सस्पेंशन की धमकीटैक्स कलेक्टर की मौत से निगम के बाकी कर्मचारियों में दुख और नाराजगी दोनों भर गई। साथी की मौत की खबर पाते ही विभाग के कई कर्मचारी उनके घर गए। वहीं निगम में भी इस घटना की जानकारी फैलते ही लोगों ने काम काज ठप कर दिया। कर्मचारियों ने बताया कि संडे को चीफ टैक्स अधिकारी राकेश कुमार सोनकर ने राम दास मौर्य को निगम बुलवाया और समाजवादी पेंशन योजना के खाते और टैक्स बिलों को लेकर उन्हें फटकारा। कर्मचारियों ने खुलकर आरोप लगाए कि सीटीओ ने रामदास के साथ गाली गलौज की और उसे सस्पेंड कराने तक की धमकी दी। जिससे तनाव में आकर ही रामदास की मौत हो गई।
लामबंद हुए कर्मचारी साथी कर्मचारी की मौत से नाराज रेंट व टैक्स विभाग के तमाम कर्मचारी व बाबू विरोध में उतर आए। दोपहर करीब एक बजे सभी कर्मचारी नगर आयुक्त के ऑफिस के आगे इकट्ठा हुए कर्मचारियों ने आरोप लगाए कि समाजवादी पेंशन योजना के खाते जल्द खुलवाने को लेकर उन पर अधिकारी दबाव बना रहे। वहीं दूसरी ओर टैक्स वसूली के लिए उन्हें टारगेट से ज्यादा करदाताओं को बिल देने दौड़ाया जा रहा। टैक्स विवाद के चलते कई बार कर्मचारियों के पिटने की नौबत आ गई, लेकिन अधिकारियों ने इस पर कभी सुध नहीं ली। सीटीओ के खिलाफ नारेबाजीअचानक हुई टैक्स कलेक्टर की मौत की घटना के लिए कर्मचारियों ने सीटीओ के खिलाफ खुलकर नाराजगी दिखाई। कर्मचारी नेताओं ने सभी कर्मचारियों को एकजुट किया और इस घटना के खिलाफ सीटीओ समेत अन्य अधिकारियों के खिलाफ खुलकर आगे आने को कहा। कर्मचारियों ने सीटीओ के खिलाफ निगम में देर तक मुर्दाबाद के नारे लगाए। इस दौरान कुछ देर पहले तक कर्मचारियों के पीछे ही खड़े सीटीओ राकेश कुमार सोनकर अपने खिलाफ नारेबाजी देखते ही चुपचाप निगम से ि1खसक गए।
मेयर कराएंगे मामले की जांच टैक्स कलेक्टर की मौत के बाद निगम में दोपहर एक बजे कॉन्डोलेंस घोषित कर दिया गया। मेयर, नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त की मौजूदगी में मृत कर्मचारी के लिए मौन रखा गया। जिसके बाद सभी कर्मचारियों ने मेयर को घेरकर सीटीओ पर कर्मचारियों का उत्पीड़न करने और घटना का असल जिम्मेदार ठहराते हुए उसके खिलाफ कार्रवाई कराने की मांग की। मेयर ने कर्मचारियों से लिखित में कंप्लेन मिलने पर जिम्मेदार संस्था से मामले की जांच कराने और रिपोर्ट शासन को भेजने का भरोसा दिया। वहीं कर्मचारियों ने वेडनसडे से निगम में सीटीओ के खिलाफ धरना प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है। --------------------------------