सवाल के बदले सवाल, समझो ब्यूरोक्रेट है
सोयी आवाम को जगाने का संदेशनाटक का मुख्य किरदार कुंभकरण अपने प्रतिद्वंद्वी विचारों वाले माता-पिता के बीच की कड़ी है। वास्तव में वह एक क्रांतिकारी पिता में एक वास्तविक दुनिया और एक थिएटर की मालकिन मां के रूप में काल्पनिक दुनिया में जीता है। उसकी बहनें सामाजिक अंधविश्वासों को प्रदर्शित करती हैं। वास्तविकता सबसे पहले दम तोड़ देती है और कल्पना हमेशा जीवित रहती है। नाटक में नवीन सिंह ने कुंभकरण के किरदार को बखूबी निभाया है। कुंभकरण केजरिए उन्होंने सोयी हुई आवाम को भी समय रहते जागने का संदेश दिया।Today’s showनाटक जात ही पूछो साधु कीसमय शाम 6:30 बजेस्थान आईएमए ऑडिटोरियमकलाकार अम्बरीश सक्सेना, पुंज प्रकाश, नवीन सिंह, मोती लाल