अब बिंदास होकर रखेंगे अपने व्यूज
बरेलियंस ने फेसबुक पर कमेंट की बरसात कर फैसले का किया स्वागत
BAREILLY: आईटी की धारा म्म्ए पर सुप्रीम कोर्ट के एतिहासिक फैसला सोशल साइट यूजर्स के चेहरे पर खुशी बिखेर दिया। फेसबुक वॉल पर किसी ने अभिव्यक्ति की स्वतंत्रतता से तो किसी ने इस फैसले के विरोध में भी पोस्ट किए। बरेलियंस बिंदास कमेंट को तैयार सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्टूडेंट्स, बिजनेसमेन, एडवोकेट, क्लब्स एवं अन्य सोशल ऑर्गनाइजेशंस ने फैसले का स्वागत किया है। उनके मुताबिक कमेंट पर हाल ही में होने वाली गिरफ्तारियों को देखते हुए पॉलिटिकल पार्टीज अथवा पुलिस विभाग की वॉल पर कमेंट करने से पहले कई बार सोचना पड़ता था। ऐसे में यह उनके अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर पाबंदी लगाना था। जिससे हर वर्ग और उम्र के लोग पीडि़त थे। फेसबुक पर आजम खान घेरे मेंआईटी एक्ट से जुड़ा ताजा मामला यूपी गवर्नमेंट के मिनिस्टर आजम खान से जुड़ा है। इसलिए फेसबुक पर आजम खान घेरे में हैं। सांप्रदायिकता फैलाने वाले कमेंट पर गिरफ्तार हुए स्टूडेंट्स के प्रति लोगों की संवेदनाएं वायरल हो गई हैं। फेसबुक पर फैसले का स्वागत लोगों ने अपने अनूठे अंदाज में पेश किया है। उन्होंने आजम खान पर निशाना साधते हुए मुलायम सिंह यादव को भी घेरे में लिया है।
कमेंट करें पर भावनाएं आहत न हों
हालांकि सोशल साइट्स पर कमेंट करने की आजादी सुप्रीम कोर्ट की ओर से मिली है। लेकिन इसमें एक और पेंच अभी बाकी है। आईटी एक्ट के तहत किसी पोस्ट को लाइक अथवा कमेंट कोई भी कर सकता है। सोशल साइट्स पर कमेंट करने की आजादी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है। यह सुप्रीम कोर्ट का एतिहासिक फैसला है। जिसके दूरगामी परिणाम होंगे। खालिद जिलानी, एडवोकेट आईटी एक्ट खत्म होने के बाद हमें कमेंट की आजादी मिल गई है। लेकिन कोई ऐसा कमेंट नहीं करेंगे, जिससे किसी की भावना को ठेस पहुंचे। साक्षी, स्टूडेंट विक्की केपरिजनों ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का किया स्वागत बरेली:प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री आजम खां पर सोशल साइट्स पर टिप्पणी करने वाले क्क्वीं के स्टूडेंट विक्की खां का कहना है कि उसने अनजाने में टिप्पणी की थी। उसके परिजनों का कहना है कि उसके बेटे को रामपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। दो दिन जेल में रहने के बाद वह बाहर आया था। परिजनों ने आजम खां से भी माफी मांगी थी, लेकिन केस अभी भी चल रहा है। अब सुप्रीम कोर्ट ने आईटी एक्ट की धारा म्म् ए के तहत तुरंत गिरफ्तारी न करने का आदेश दिया है। विक्की के परिजनों का कहना है कि इस फैसले से उनके बेटे के केस में भी काफी हद तक राहत मिलेगी।