आधी आबादी ने शौचालय के लिए बुलंद की आवाज
-वार्ड नंबर 52 के सुंद्रासी गांव की 80 परसेंट महिलाएं खुले में जाती हैं शौच
-परेशान महिलाओं ने कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन कर शौचालय बनवाने की डिमांड > BAREILLY: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वच्छता मिशन के तहत घर-घर शौचालय बनाने की कोशिश में लगे हैं। वहीं बरेली के एक गांव में अस्सी फीसदी महिलाएं खुले में शौच जाने को मजबूर हैं। खुले में शौच जाने वाली महिलाओं को शर्मिदगी झेलनी पड़ती है, लेकिन शौचालय न होने के चलते महिलाएं खुले में जाने को मजबूर हैं। इससे नाराज महिलाओं ने फ्राइडे को कलेक्ट्रेट प्रदर्शन किया। अनहोनी हुई तो कौन होगा जिम्मेदारनगर निगम के वार्ड नंबर भ्ख् विधौलिया के अंतर्गत सुंद्रासी गांव आता है। गांव के नाम में सुंदर जुड़ा हुआ है लेकिन शौचालय न होना इस गांव के नाम में पूरक है। गांव में सरकारी योजना के तहत शौचालयों का निर्माण चल रहा है लेकिन लंबा समय होने के बावजूद शौचालय नहीं बन पाया है। इसकी वजह से गांव की अस्सी फीसदी महिलाओं को खुले में शौच के लिए जाना पड़ता है। महिलाओं का कहना है कि खुले में शौच जाती हैं लेकिन उनके साथ कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है। इसका जिम्मेदार कौन होगा।
सभासद ने नहीं किया समाधानमाली हालत ठीक न होने के चलते महिलाओं के परिवार वाले अपने खर्च से शौचालय नहीं बनवा पाने असमर्थ हैं। इसको लेकर महिलाएं कई बार वार्ड सभासद के पास शिकायत लेकर पहुंची लेकिन कोई भी फायदा नहीं हुआ। परेशान होकर उन्हें डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन से शिकायत करने का फैसला किया। फ्राइडे काफी संख्या में महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंची और प्रदर्शन किया। महिलाओं ने डीएम के संबोधित एसीएम को ज्ञापन सौंपकर जल्द से जल्द शौचालय बनवाने की डिमांड की है। महिलाओं ने गांव का सर्वे कराकर प्रॉब्लम दूर करने की डिमांड की। उन्होंने चेतावनी भी दी है कि अगर कोई कार्यवाही नहीं तो वह लोग कलेक्ट्रेट में धरना भी देंगी।