Sunday turns ‘Fun’day
उत्तरायणी में पिकनिक और शॉपिंग का कॉम्बोवीकेंड हो और पिकनिक का मजा मिल जाए तो क्या बात हो। संडे को उत्तरायणी मेला बरेलियंस के लिए यही मौका लेकर आया। मौसम ने भी इसमें खूब साथ दिया। मेले में पिकनिक हुई, मस्ती हुई, दोस्त मिले तो हंसी-ठिठोली भी हुई। लगे हाथ शहर की लेडीज ब्रिगेड ने शॉपिंग भी कर डाली। मेले में सुबह से ही ट्रेडिशनल ड्रेस में सजी छोलिया की टीम ने ढोल, झांझरों, तुरई के स्वरों पर नृत्य करके पहाड़ों की याद को तरोताजा कर दिया। इसके बाद देवी गीतों के साथ मेले की शुरुआत हुई। मौसम ने भी दिया साथ
लास्ट 10-12 दिन से पड़ रही कड़ाके की सर्दी के बाद जब शनिवार को धूप के दर्शन हुए तो लोगों ने यही सोचा कि कुछ देर की राहत है, और फिर से ठंड अपना असर दिखाना शुरू कर देगी। फिर क्या था, सैटरडे को तो लोगों ने घर में ही धूप का मजा लिया, पर दूसरे दिन भी धूप में उतनी ही तेजी दिखाई दी तो लोग उत्तरायणी में उमड़ पड़े। सुबह 10 बजे से मेले में शुरू हुई बरेलियंस की आवाजाही स्टार नाइट के समय तक जुटी रही।
डांस से लेकर लाफ्टर तक का 'हैवी डोज'
उत्तरायणी मेले के दूसरे दिन मेले की शुरुआत देव गीतों के स्वरों के साथ हुई। कल्चरल प्रोग्राम्स का इनॉग्रेशन कैं ट विधायक राजेश अग्रवाल ने किया। इसके बाद सिटी के स्कूली बच्चों ने स्टेज प्रोग्राम्स प्रजेंट किए। यहां खटीमा की जय पूर्णागिरि उत्थान समिति, कर्ण प्रयाग की कर्ण भूमि कला मंच और हल्द्वानी की आंचल लोक कला केंद्र के क लाकार लोक नाटक व नृत्य प्रस्तुत किए। स्टार नाइट का हुआ आयोजनउत्तरायणी मेले में दूसरे दिन काव्य की फु हारे भी छोड़ी गईं। इस दौरान डॉ। प्रभा पंत, जगदीश चंद्र जोशी, जुगल किशोर पेटसाली, धनानंद पांडे, डॉ। लक्ष्मी भट्ट, डॉ। भगवती पनेरू, मोहन जोशी, त्रिभुवन गिरि और नवीन बिष्ट मौजूद रहे। इसके अलावा रात में हुई स्टार नाइट में ललित मोहन जोशी, पप्पू कार्की, गीतिका असवाल अपने स्वरों की झंकार छेड़ी।135 स्टॉल्स पर जुटी रही भीड़
उत्तरायणी जनकल्याण समिति के वरिष्ठ सचिव देवेंद्र जोशी ने बताया कि संडे को मेले में तकरीबन एक लाख लोगों ने शिरकत की। वहीं इस मेले में बरेलियंस के अलावा आस-पास की तहसीलों से आए लोगों ने भी मेले का लुत्फ उठाया। अब मेले में तकरीबन 1 लाख लोगों की आवाजाही हुई तो फिर शॉपिंग में कमी कैसे रह सकती है। मेले में लगे 135 स्टॉल्स पर पूरे दिन भीड़ जुटी रही। मेले में एक दिन में तकरीबन 1.5 करोड़ की खरीदारी हुई। फूड प्लाजा और झूलों पर लगी लाइनें मेले में बने फूड प्लाजा में कूपन लेने के लिए लंबी लाइनें लगी रहीं। वहीं झूले वाले कॉर्नर में सबसे लंबी लाइन लगी। इसमें मेरी-गो-राउंड और ब्रेक -डांस लोगों को सबसे ज्यादा पसंद आया। वहीं बच्चों ने मिक्की माउस पर सबसे ज्यादा मस्ती की। लोगों ने स्टेज प्रोग्राम्स को भी काफी एंज्वॉय किया। मेले में सबसे ज्यादा संख्या फ्रेंड के साथ पहुंची टोलियों की रहीं। यूथ ने मेले में सबसे ज्यादा समय बिताया। उन्होंने शॉपिंग के साथ-साथ मेले में जमकर मस्ती भी की। किसी ने फोटोग्राफी करके मूमेंट्स को संजोया तो किसी ने डिलीशियस ट्रीट के साथ एंज्वाय किया। मेला घूमते हुए थकान हुई तो लोगों ने ग्राउंड में बैठकर धूप का मजा लिया और रेस्ट भी कर लिया।मैं तो दोपहर से मेले में आ गई थी, अब शाम हो गई है। मैंने मेले में खूब शॉपिंग की। मुझे मेरी-गो-राउंड का एक्सपीरियंस सबसे ज्यादा मस्त लगा।गीता, विजिटरमेले में मैंने अपने फ्रेंड्स के साथ खूब एंज्वॉय किया। मुझे राजस्थानी डिशेज बहुत अच्छी लगी। मैंने यहां से डिफरेंट अचार लिए हैं।पिंकी, विजिटर
मेला तो बहुत अच्छा है। मुझे मेरे फ्रेंड्स जबरदस्ती लाए थे। पर यहां आकर मैंने बहुत मस्ती की है। झूला झूलना तो बहुत एक्साइटिंग लगा।रुचि, विजिटरमौसम अच्छा हो गया है, इसलिए मेले में हमें बहुत अच्छा लगा। अब हम स्टार नाइट देखकर ही मेले से जाएंगे। इट्स सो एक्साइटिंग।राहुल, विजिटर