- प्रवेश पत्र न मिलने से परेशान विद्यार्थी पहुंचे विश्वविद्यालय, कुलपति से की शिकायत

- विश्वविद्यालय में कराई गई जांच तो कर्मचारियों ने बताया महाविद्यालयों से नहीं आए फार्म

बरेली : महात्मा ज्योतिबाफुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध करीब आठ महाविद्यालयों की लापरवाही विद्यार्थियों पर भारी पड़ गई। महाविद्यालयों की ओर से विद्यार्थियों से परीक्षा फार्म भरवाए गए, शुल्क भी ली गई। लेकिन उनके फार्म विश्वविद्यालय नहीं भेजे गए। इसकी जानकारी तब हुई जब विद्यार्थियों के प्रवेश पत्र नहीं आए। उन्होंने विश्वविद्यालय पहुंच कर जानकारी की तो पता चला कि महाविद्यालयों की ओर से फार्म ही नहीं भेजे गए। छात्रों ने कुलपति से शिकायत कि लेकिन उन्होंने भी हाथ खड़े कर दिए।

बुधवार को गन्ना उत्पादाक स्नाकोत्तर महाविद्यालय बहेड़ी की छात्रा संध्या भाटी अपने भाई के साथ विश्वविद्यालय पहुंची। उसने बताया कि मंगलवार को उसका बीए तृतीय वर्ष का ¨हदी साहित्य का पेपर है, लेकिन अब तक उसे प्रवेश पत्र नहीं मिला है। छात्रा संध्या भाटी ने परीक्षा नियंत्रक को समस्या बताई कि इसी दौरान पीछे से खुसरो कालेज सीबीगंज, हाशमी कालेज अमरोहा, खुसरो कालेज कटरा शाहजहांपुर के अलावा मुरादाबाद, चंदौसी, पीलीभीत आदि क्षेत्रों में संचालित महाविद्यालयों के कई विद्यार्थी भी वहां पहुंच गए। उन्होंने भी संध्या की तरह ही समस्या बताई। इस पर सभी छात्र छात्राओं के नाम लिखकर उनके परीक्षा फार्म चेक करवाए गए। कुछ देर बाद वापस आए कर्मचारी ने बताया कि छात्र छात्राओं के परीक्षा फार्म ही उनके महाविद्यालय ने नहीं भेजे गए हैं। इस पर छात्र छात्राओं ने अपना एक साल बर्बाद होने का हवाला देते हुए परीक्षा नियंत्रक से मदद की गुहार लगाई, लेकिन परीक्षा नियंत्रक ने अब कुछ न कर पाने की बात कह दी। इसके बाद छात्र छात्राएं कुलपति प्रो। केपी सिंह के पास पहुंचे। उन्होंने भी साफ कहाकि वह अब कुछ नहीं कर सकते। अब आप सभी अपने महाविद्यालय के खिलाफ पुलिस से जाकर शिकायत करें। कुलपति द्वारा भी निराशा मिलने से परेशान छात्रों ने कुछ देर हंगामा किया तो सपा छात्र सभा के पूर्व महानगर अध्यक्ष मो। फैज भी अपनी टीम के साथ वहां पहुंच गए। उन्होंने परीक्षा नियंत्रक और कुलपति को ज्ञापन देकर छात्र छात्राओं के भविष्य को बर्बाद होने से बचाने की प्रार्थना की। लेकिन कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला।

फार्म भरवाने के बाद नहीं ली सुध

विश्वविद्यालय में जांच में फार्म नहीं मिले। इसका मतलब छात्रों के परीक्षा फार्म भरवाने के बाद उनके फार्म को भेजने आदि को लेकर कोई सुध ही नहीं ली गई। महाविद्यालयों ने जो अन्य छात्रों के फार्म भेजे, उसमें इन छात्रों के फार्म ही नहीं थे।

छात्र बोले बचा लो हमारी साल

- महाविद्यालय ने फार्म नहीं भेजा, इसमें हमारी क्या गलती है। विश्वविद्यालय को अपनी ओर से संज्ञान लेकर हमारी मदद करनी चाहिए। - संध्या भाटी, छात्रा, गन्ना उत्पादक स्नाकोत्तर महाविद्यालय

- हमने समय से फीस जमा की, परीक्षा फार्म जमा किया। इसके बाद भी प्रवेश पत्र नहीं मिला तो विश्वविद्यालय आए थे। लेकिन यहां कोई मदद नहीं मिली। - कपिल, खुसरो कालेज, सीबीगंज

विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से कई बार परिसर में परीक्षा फार्म भरने के लिए कैंप लगाए गए, उसकी तिथि भी बढ़ाई गई। अगर इसके बाद भी महाविद्यालयों ने फार्म नहीं भरे या जमा नहीं किए तो गलती महाविद्यालय की है। छात्र चाहें तो महाविद्यालय के खिलाफ एफआइआर करा सकते हैं।

- प्रो। केपी सिंह, वीसी

Posted By: Inextlive