आरयू में कर्मचारियों और स्टूडेंट्स लीडर्स के बीच तनातनी जारी

स्टूडेंट्स का समर्थन जुटाने के लिए स्टूडेंट्स लीडर्स ने सोशल साइट पर डाली पोस्ट

BAREILLY: आरयू के वीसी ऑफिस में कर्मचारियों और स्टूडेंट्स लीडर्स के बीच की भिड़ंत का मामला शांत होने का नाम नहीं ले रहा है। मामले में स्टूडेंट्स का अपने प्रति समर्थन जुटाने के लिए स्टूडेंट्स लीडर्स ने सोशल साइट पर अभियान छेड़ दिया है। उधर इस क्रम में फ्राइडे को असाछ के स्टूडेंट्स ने वीसी को ज्ञापन सौंप कर एफआईआर वापस लिए जाने की मांग की है। साथ ही आंदोलन की भी चेतावनी दी है। उन्होंने अपनी मांग की एक प्रति राज्यपाल को भी भेजी है। थर्सडे को दस सूत्रीय मांगों को लेकर वीसी के साथ वार्ता करने गए स्टूडेंट्स लीडर्स की उनके ड्राइवर के साथ भिड़ंत हो गई थी, जिसके बाद जमकर हंगामा हुआ। दोनों तरफ से जमकर गालीगलौज हुई और कुर्सी व मेज पलट दिए गए। इसके बाद आरयू ने ब् स्टूडेंट्स के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कराते हुए उन्हें कैंपस से बाहर का रास्ता दिखा दिया।

आंदोलन की दी चेतावनी

मामले को लेकर स्टूडेंट्स लीडर्स और कर्मचारी दोनों वर्गो में काफी गुस्सा है। फ्राइडे को असाछ के जिला प्रभारी जोगेंद्र सिंह पटेल, उपेंद्र पटेल, उमेंद्र पटेल, प्रशांत गंगवार, रोहित मिश्रा समेत कई स्टूडेंट्स लीडर्स दोबारा कुलपति से मिले। उन्होंने पूरी घटना का वृतांत बताते हुए मांग की कि उनके खिलाफ दर्ज की गई एफआईआर वापस ली जाए। उन्होंने बताया कि मामले की शरुआत उनके ड्राइवर द्वारा हुई। अभद्रता कर्मचारियों की तरफ से की गई। जबकि उन्होंने केवल उसका विरोध किया था। उन्होंने कहा कि यदि उनके खिलाफ की गई कार्रवाई वापस नहीं ली गई तो वे आंदोलन करेंगे। उन्होंने अपनी मांग की कॉपी राज्यपाल को भी फैक्स कर दी है।

कर्मचारी गुट भी अड़ा

उधर मामले को लेकर कर्मचारी गुट भी अड़ा हुआ है। कर्मचारी गुट किसी भी रूप से इस मामले में समझौता करने के मूड में नहीं है। कर्मचारियों ने भी चेताया कि यदि स्टूडेंट्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई वापस ली गई तो वे कॉनवोकेशन का बहिष्कार कर देंगे।

न्यूज को किया पोस्ट

असाछ ने अपने प्रति आम स्टूडेंट्स का समर्थन जुटाने के लिए सोशल साइट पर मुहिम छेड़ दी है। उन्होंने हंगामे को लेकर पब्लिश की गई न्यूज को फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट किया है। छात्रहित में वे समर्थन मांग रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे छात्रहित में उनकी मांगों को लेकर गए थे। अराजकता की शुरुआत कर्मचारियों की तरफ से की गई थी।

Posted By: Inextlive