प्रैक्टिकल एग्जाम की लेटलतीफी स्टूडेंट्स को पड़ेगी भारी
- 9 जनवरी है प्रैक्टिकल एग्जाम की लास्ट डेट
40 परसेंट स्कूलों में नहीं हुए हैं एग्जाम BAREILLY: बरेली के करीब ब्0 परसेंट स्कूल के स्टूडेंट्स पढ़ाई में एक साल पीछे हो सकते हैं, क्योंकि बोर्ड के प्रैक्टिकल एग्जाम इन स्कूलों में अभी तक नहीं हो पाये हैं, जबकि लास्ट डेट 9 जनवरी को खत्म हो रही है। बीते साल भी ऐसी ही लापरवाही के चलते तमाम स्टूडेंट्स का एक साल खराब हो गया था। छुट्टियां बनी देरी की वजहआखिरी तारीख करीब आने के बावजूद स्कूलों द्वारा प्रैक्टिकल एग्जाम न करा पाने का दूसरा बड़ा कारण सर्दियों की वजह से अवकाश घोषित किया जाना माना जा रहा है। क्योंकि इस दौरान कई स्कूलों को एग्जामिनर द्वारा डेट नही दी गई, जिससे उनके यहां एग्जाम नही हो सके। इस मामले में माध्यमिक वित्तविहीन शिक्षक संघ के महामंत्री सुधीर यादव का कहना है कि अवकाश घोषित होने से प्रैक्टिकल एग्जाम की सूचना स्टूडेंटस तक पहुंचाना मुश्किल रहा। ऐसे में कई स्कूलों के यहां बच्चे प्रैक्टिकल एग्जाम देने से रह गए।
बैक डेट में एग्जाम कराते है स्कूलआखिरी डेट 9 जनवरी तक प्रैक्टिकल एग्जाम कराने से रह जाने वाले स्कूल एग्जामिनर से गठजोड़ कर बैक डेट में प्रैक्टिकल एग्जाम करा लेते है। बैक डेट में एग्जाम करा स्कूल और एग्जामिनर तो अपनी गर्दन बचा लेते है, लेकिन हड़बड़ी में होने वाले इन एग्जाम में स्टूडेंटस को खमियाजा भुगतना पड़ता है। अफरा-तफरी में होने वाले इन एग्जाम्स की कई बार स्टूडेंटस को जानकारी नही मिल पाती जिससे उनके प्रैक्टिकल एग्जाम छूट जाते है। तो दूसरी ओर एग्जाम कराने में स्कूल और एग्जामिनर इतनी जल्द बाजी में होते है कि स्टूडेंटस का ढंग से एग्जाम नही लिया जाता। अगर ऐसी सूरत पैदा होती है तो प्रैक्टिकल एग्जाम देने से रह जाने वाले ब्0 फीसदी स्कूलों के सैकड़ो छात्रों पर उसका असर पड़ेगा। पिछले साल इन्ही सब कारणों के चलते ख्ब्ख् स्टूडेंटस प्रैक्टिकल एग्जाम नही दे पाये थे, और उन्हे विभाग द्वारा दोबारा प्रैक्टिकल एग्जाम देने का मौका नही दिया गया। जिससे उनका पूरा साल खराब हो गया।
सभी स्कूल में 9 जनवरी तक प्रैक्टिकल एग्जाम होना संभव नही हो पायेगा। मुझे लगता है ये एग्जाम जनवरी के आखिरी हफ्ते तक ही निबट पायेंगे। - डा। सुरेश रस्तोगी, जिलाध्यक्ष, उत्तरप्रदेश प्रधानाचार्य परिषद, बरेली