बदले पैटर्न के हाईस्कूल, इंटरमीडिएट के नतीजों को देख खिले चेहरे
नौंवी और ग्यारहवीं की परीक्षा में गैरमौजूद छात्र ही फेल हुए
स्कूलों में पहुंचे बच्चों ने कोविड प्रोटोकाल के साथ खुशियां मनाई, शिक्षकों से आशीर्वाद लियाबरेली : उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड ने शैक्षणिक सत्र 2021 की बोर्ड परीक्षा में हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की परीक्षा का परिणाम शनिवार को घोषित कर दिया। इंटरमीडिएट का परिणाम 3.35 बजे आधिकारिक वेबसाइट पर जारी हुआ। लेकिन हाईस्कूल के छात्रों को शाम 5.30 बजे तक परीक्षा परिणाम का इंतजार करना पड़ा। आइसीएसई और सीबीएसई की तरह ही यूपीबोर्ड की परीक्षाओं को भी रद करने का फैसला लिया गया था। कोविड के चलते उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के करीब सौ वर्ष के इतिहास में पहली बार ऐसा हो रहा है कि बिना परीक्षा के परिणाम घोषित किया गया। जिले में इस बार हाईस्कूल में 50,742 व इंटरमीडिएट में 42,802 स्टूडेंट्स रजिस्टर्ड थे। यूपी बोर्ड के रिजल्ट में केवल वहीं स्टूडेंट्स फेल हुए हैं, जो कि कक्षा नौ व 11 की परीक्षा में अनुपस्थित चल रहे थे। इसके अलावा कक्षा 12 के कई ऐसे छात्र हैं, जिनका हाईस्कूल का अंकपत्र सही नहीं है। यह सभी अनुत्तीर्ण होंगे।
वेबसाइट ने नहीं दिया साथइंटरनेट पर रिजल्ट के इंतजार में छात्रों की निगाहें कंप्यूटर स्क्रीन पर डटी रही। शुरुआत में वेबसाइट ने साथ नहीं दिया। हालांकि एक घंटे बाद सामान्य रूप से रिजल्ट दिखने लगा। इसलिए यूपीबोर्ड के नतीजों ने बच्चों को थोड़ा परेशान भी किया। हालांकि अच्छे अंकों के साथ अधिकांश बच्चों के पास होने की वजह से बच्चों के खिले चेहरे देखे गए।
एक नजर : विद्यालय कुल विद्यालय : 414 सरकारी : 53 एडेड : 78 निजी विद्यालय : 283 हाईस्कूल में परीक्षार्थी : 50,742 इंटरमीडिएट में परीक्षार्थी : 42,802 कई छात्रों के रिजल्ट सर्वर की गड़बड़ी से रुके यूपी बोर्ड का हाईस्कूल व इंटरमीडिएट का परीक्षा परिणाम शनिवार को जारी हुआ। जिसमें सभी छात्र-छात्राएं पास हुए। हालांकि कई छात्रों का रिजल्ट सर्वर की गड़बड़ी से रुक गया। बताया गया इन छात्रों का परिणाम बाद में जारी होगा। सफलता का प्रतिशत बढ़ापिछले वर्षों के मुकाबले इस वर्ष सफलता का प्रतिशत बढ़ा है। वहीं जारी परिणाम ने कई लोगों को चौकाने का भी काम किया है। कई विद्यालयों के मुताबिक छात्रों के जो अंक विद्यालयों से भेजे गए थे, परीक्षा परिणाम उससे बेहतर दिखा। लेकिन जिन छात्रों को अधिक अंकों की उम्मीदें थी, उन्हें उतने अंक नहीं मिल सके। कुछ को 10वीं से काफी अधिक अंक मिले तो कुछ उसी के इर्द गिर्द या कम रह गए।
असंतुष्ट छात्रों को मिलेगा परीक्षा देने का मौका कोरोना संक्रमण के कारण इस वर्ष 10वीं 12वीं बोर्ड की परीक्षा नहीं आयोजित हो पाई। वहीं परीक्षार्थियों को स्क्रूटनी का विकल्प भी इस बार नहीं मिलेगा। बोर्ड परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट छात्रों के लिए माध्यमिक बोर्ड की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था की भी दी गई है। ये परीक्षार्थी परिणाम घोषित होने के बाद संबंधित विद्यालय के माध्यम से आवेदन करेंगे। हालात सामान्य पर इनकी परीक्षा कराई जाएगी।