शहर की सडक़ों पर आवारा डॉग्स बने खतरा
बरेली(ब्यूरो)। सिटी में आवारा कुत्तों की बढ़ती संख्या के कारण लोगों का गली-मोहल्लों से गुजरना दूभर हो गया है। रात हो या दिन डॉग्स के झुंड सडक़ों पर वाहन चालकों से लेकर पैदल राहगीरों तक को शिकार बना रहे हैं। इनके बढ़ते हुए आतंक से रात में गली-मोहल्लों से गुजरने वालों को खतरा बना रहता है। इन दिनों जिला अस्पताल में रोजाना 55 से 60 डॉग बाइट के केस पहुंच रहे है। मंडे को 195 लोगों को एंटी रेबीज वैक्सीन लगाई गई। इस स्थिति में नगर निगम को कार्रवाई करने की जरूरत है। फिलहाल नवंबर से मार्च तक 1000 डॉग्स को एआरवी लगा दी गई है। मार्च 2023 तक 5000 डॉग्स को वैक्सीन लगाने का टारगेट निर्धारित किया गया है।
केस-1
शहर के पटेल विहार निवासी शिवम ने बताया कि कुछ दिनों पहले वह देर रात किसी रिश्तेदार को विदा करने के लिए जंक्शन गए थे। लौटते समय किसी आवारा कुत्ते ने बाइक का पीछे करना शुरू कर दिया। इससे उनका संतुलन बिगड़ा और वह सडक़ पर गिर गए। गनीमत रही कि उन्हें कोई गंभीर चोटें नहीं आईं।
केस-2
शहर के गणेश नगर निवासी राहुल ने बताया कि वह गंाधी उद्यान से होते हुए घर की ओर आ रहे थे। तभी अचानक आवारा डॉग्स के झुंड ने हमला कर दिया। बाइक की स्पीड धीमी की तो कुत्ते ने काट लिया, जिससे उनके पैर में जख्म हो गया। उन्होंने तुरंत चिकित्सालय जाकर टीका लगवाया।
कुछ दिनों पहले नगर निगम के सामने डलावघर में रेबीज संक्रमित गाय मिली थी। इसके बारे में स्थानीय लोगों से जानकारी की गई तो पता चला कि इसे किसी ने रात में पोल में बांध दिया था। क्योंकि वह हिंसक हो गई थी। उसे कुछ दिनों पहले पागल कुत्ते ने काट लिया था। उसकी डलावघर में तड़प-तड़पकर मौत हो गई थी। जिसे बाद में नगर निगम की टीम उठाकर ले गई थी। 1000 को लगाई एंटी रेबीज
नगर निगम के वेटरनरी ऑफिसर ने बताया कि निगम द्वारा नवंबर 2021 से लेकर 31 मार्च तक एक हजार डॉग्स का बधियाकरण किया जा चुका है। इसके साथ ही एंटी रेबीज वैक्सीन भी लगाई गई है। इसको लेकर नगर निगम की तैयारियां पूरी है। मार्च 2022 से लेकर मार्च 2023 तक पांच हजार डॉग्स का बधियाकरण व एंटी रेबीज लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके साथ ही जल्द ही 250 डॉग्स का बधियाकरण किया जाएगा।
रेबीज से ऐसे करें बचाव
किसी भी व्यक्ति को अगर रेबीज पीडि़त जानवर काटे तो सबसे पहले घाव को साबुन और नल के बहते पानी से 10-15 मिनट तक लगातार धोएं। इससे जानवर की लार मेंं पाए जाने वाले वायरस की मात्रा कम हो जाती है। उसके बाद सीधे नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाना चाहिए। वहां पर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाएं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार वैक्सीनेशन का कोर्स पूरा करें। इसके साथ ही अगर घर में डॉग पालतू है तो उसे भी वैक्सीन लगवाएं।
यदि ऐसा कोई पशु किसी को काटता है तो घाव को तुरंत साफ पानी से धुलना चाहिए। अक्सर लोग घाव पर मिर्च व अन्य चीजों का लेप लगा देते है। ऐसा नहीं करना चाहिए। तत्काल अस्पताल जाकर एंटी रैबीज वैक्सीन लगवाना चाहिए।
-डॉ। सूरज पांडे, जनरल फिजिशियन, जिला अस्पताल फैक्ट एंड फिगर
1000 डॉग्स कोनंवबर से मार्च तक लगाई गई एंटी रेबीज वैक्सीन
5000 डॉग्स के वैक्सीनेशन का मार्च 2023 तक है टारगेट
195 लोगों को मंडे को लगाई गई एंटी रेबीज वैक्सीन
60 डॉग बाइट के पीडि़त रोजाना पहुंच रहे जिला अस्पताल