खिलाडि़यों के साथ 'खेल' रहे अधिकारी
- आई नेक्स्ट की पहल पर जागा विभाग। देर रात रवाना हुई टीम
स्टेट लेबल बास्केटबॉल में खेलने के लिए मिली इजाजत BAREILLY: खिलाडि़यों के विश्वास, कुछ कर गुजरने की हिम्मत और जीत के जुनून के साथ यदि विभाग लापरवाही का खेल करे तो उनकी हालत और छटपटाहट कुछ ऐसी ही होती होगी जैसे इन लड़कियों की है। स्पोर्ट्स ड्रेस पहनी लड़कियां डीआईओएस से मिलने के लिए दफ्तर में डरती खड़ी मिलीं। पूछने पर बुझी आवाज में बताया कि हम स्टेट लेवल बास्केटबॉल के लिए चुनी गई प्लेयर्स हैं। लेकिन मेरठ में थर्सडे से शुरू हो रहे इस काम्पिटीशन के लिए हमारी टीम को नही भेजा जा रहा है। स्कूल लिखित आदेश का कागज न होने की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ चुका है। स्कूल नहीं जानता कि छात्राएं चुनी गई स्टेट लेवल के लिएइन लड़कियों की परेशानी पर जब अधिकारियों से पूछा गया तो मामला कुछ यूं निकला। प्रदेश स्तरीय विद्यालयी बास्केटबॉल प्रतियोगिता के लिए बरेली मंडल से दो स्कूलों की क्ख् लड़कियों को चुना गया। मंडल स्तर पर शाहजहांपुर में आयोजित हुई प्रतियोगिता में जीतकर स्टेट लेवल के लिए एक टीम चुनी गई। जिसमें चुनी खिलाडी साहू गोपी नाथ कन्या इंटर कालेज व महावीर प्रसाद इंटर कालेज से हैं। लेकिन इन दोनों ही कालेजों का कहना है कि मंडल लेवल पर हुई प्रतियोगिता में हमारी छात्राओं के प्रदेश लेवल पर चुने जाने की कोई भी लिखित सूचना हमें नही भेजी गई। ऐसे में हम बिना किसी लिखित आदेश के टीम कैसे ले जा सकते हैं।
विभागीय लापरवाही की इंतहां है यह विभागीय लापरवाही की इंतहां नहीं है तो क्या है। एक स्टेट लेवल की प्रतियोगिता हो रही है और डीआईओएस दफ्तर को इसकी भनक तक नहीं है। जबकि नियमानुसार मंडलीय टीम को कहां जाना है कौन से खेल में कम पार्टिसिपेट करना है। इसकी जानकारी डीआईओएस दफ्तर के पास होती है। वहीं डीआईओएस आशुतोष भारद्वाज ने ऐसे किसी भी टूर्नामेंट के लिए लड़कियों के टीम का सिलेक्शन होने से ही इंकार कर दिया। स्कूल ने भी अपनी तरफ से नहीं की पहल स्टूडेंट्स ने बताया कि स्कूल अथॉरिटी को टीम के सिलेक्शन के बारे में पता है। बावजूद इसके उनके पास कोई लिखित जानकारी नहीं है। इसलिए वे कोई इंट्रेस्ट नहीं ले रहे हैं। आई नेक्स्ट की पहले से बलि चढ़ने से बच गई लड़कियांआई नेक्स्ट ने इस मुद्दे को जिम्मेदारों के समक्ष प्रमुखता से उठाया। लड़कियों का पक्ष लेते हुए अधिकारियों से बात की गई। तब वे हरकत में आये और टीम ले जाने का आदेश दिया। डीआईओएस आशुतोष भारद्वाज ने दफ्तर पहुंची साहू गोपीनाथ कालेज की खिलाडि़यों सांची, साक्षी शर्मा, श्वेता व सिमरन की फरियाद पर एक्शन लिया। जिसमें उन्होंने साहू गोपीनाथ व महावीर प्रसाद इंटर कालेज की प्रिंसिपल को मौखिक आदेश देते हुए वेडनेसडे को ही टीम ले जाने का कहा। देर रात करीब क्0 बजे ही टीम को शाहजहांपुर रवाना किया गया।
लड़कियों की टीम को लेकर कोई जानकारी नहीं थी। मामला पता होने पर दोनों कॉलेज के प्रिंसिपल को टीम रवाना करने के लिए आदेश दे दिया गया है। - आशुतोष भारद्वाज, डीआईओएस टीम ले जाने के लिए हमारे पास कोई रिटन आदेश नहीं था। केवल मौखिक ही पता था। इसी वजह से हमने पहले टीम को रवाना नहीं किया। - मीरा प्रियदर्शनी, प्रिंसिपल, साहू गोपीनाथ