सब्सिडी वाले सिलेंडर का 'डेट लाइन' खत्म
- अब नए सिरे से स्टार्ट होगा सब्सिडी का कोटा
- 15,000 से अधिक सब्सिडी वाले सिलेंडर बचे BAREILLY : फाइनेंशियल ईयर खत्म होने के साथ ही सब्सिडी वाले सिलेंडर से कंज्यूमर्स की आस भी खत्म हो गई। भारत, इंडेन व एचपी के हजारों कंज्यूमर्स ऐसे रहे, जो सब्सिडी वाले सिलेंडर लेने से वंचित रह गए। अधिकतर सिलेंडर उन्हीं के बचे हैं, जिनके घर में फैमिली मेंबर्स कम है या फिर सिटी के बाहर हैं। ऐसे भी कंज्यूमर्स हैं, जिनके बचे हुए सिलेंडर की संख्या एक से अधिक है। इसका सबसे बड़ा कारण सरकार द्वारा फरवरी में सिलेंडर की संख्या बढ़ाने के साथ ही बनाई गई नई पॉलिसी है। बच गए सिलेंडर्सप्रजेंट टाइम में सिटी में इंडेन, भारत व एचपी तीनों एलपीजी कंपनियों की ख्क् एजेंसियां वर्क कर रही हैं। इनसे लगभग फ्,00,000 कंज्यूमर्स जुड़े हुए हैें। इनमें से कई कंज्यूमर्स ऐसे हैं जिन्होंने सब्सिडी वाले सिलेंडर पिछले फाईनेंशियल ईयर में नहीं लिए। तीनों एलपीजी कंपनियों को मिलाकर क्भ्,000 से अधिक सब्सिडी वाले सिलेंडर बच गए है।
फ्क् मार्च तक ही थे हकदारकंज्यूमर्स अपने क्क् सब्सिडी वाले सिलेंडर पिछले फाइनेंशियल ईयर यानि की फ्क् मार्च तक ही लेने के हकदार थे। अब जो भी सिलेंडर की डिलीवरी होगी उसे इस फाइनेंशियल ईयर में एड कर लिया जाएगा। भले ही कंज्यूमर्स ने पिछले फाइनेंशियल ईयर में गैस की बुकिंग करा रखी हो। एजेंसियों की मानें तो एलपीजी कंपनियों के निर्देश के अनुसार कंज्यूमर्स को इस फाइनेंशियल ईयर में क्ख् सब्सिडी वाले सिलेंडर दिए जाएंगे।
नेक्स्ट फाइनेंशियनल ईयर का सिलेंडर इस फाइनेंशियल ईयर में एड नहीं किया जाएगा। बहुत ऐसे कंज्यूमर्स हैं, जो सब्सिडी वाले सिलेंडर नहीं ले सके हैं। -- रंजना सोलंकी, प्रेसीडेंट, डोमेस्टिक गैस डिस्टिब्यूटर एसोसिएशन ऐसे कई कारण रहे हैं, जिसके चलते कंज्यूमर्स सब्सिडी वाले सिलेंडर लेने से वंचित रह गए। इस फाइनेंशियल ईयर में सब्सिडी सिलेंडर का काउंट फिर से होगा। -- राजकुमार, ओनर, गैस एजेंसी