...तो क्या शहर छोड़ गए शोहदे
बरेली (ब्यूरो)। महिलाएं घर बाहर निकलने के लिए डरे न मंदिर और मार्केट बेखौफ जा सके । इसको लेकर शासन की तरफ से एंटी रोमियो अभियान नवरात्र में चलाने के लिए शासन ने निर्देश दिए थे। इसके लिए महिला थाना इंचार्ज के निर्देशन में पूरे नवरात्र अभियान चलाया तो गया लेकिन एक भी शोहदा पुलिस के हाथ नहीं आया। इससे लगता है जैसे कि शोहदे ही शहर छोड़ गए। हालांकि महिला उत्पीडऩ के दो मामले जरूर महिला थाना पहुंच थे जिनका पुलिस ने निस्तारण करा दिया है। हालांकि अब एंटी रोमियों स्क्वाड का नाम बदलकर महिला सुरक्षा हेतु विशेष दल कर दिया है। इस दल को शहर के मुख्य चौराहों, स्कूल, कॉलोजों, शॉपिंग मॉल व अन्य जगहों पर महिला सुरक्षा को लेकर अलर्ट रहता है।
ऑल टाइम रहता एक्टिव दल
महिला सुरक्षा हेतु विशेष दल ऑल टाइम एक्टिव रहता है। शहर हो या ग्रामीण एरिया जब भी किसी भी तरह की कोई सूचना मिलती है। तो यह टीम तुरंत पहुंच जाती है। सबसे ज्यादा उन महिलाओं के लिए है जो बाहर निकलती हैं जैसे स्कूल जाने वाली स्टूडेंट्स, ऑफिस वर्क वाली महिलाओं को ध्यान में रखकर टीम पूरी तरह से एक्टिव रहती है। जिससे किसी भी महिला या लडक़ी को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।
शोहदों पर कसा शिकंजा
गली का नुक्कड़ या स्कूल का गेट पर खड़े होने वाले शोहदों पर एक्शन शुरू हुआ तो महिलाओं ने खुद को सिक्योर महसूस किया। वर्तमान स्थिति यह है कि शोहदों पर काफी हद तक कंट्रोल हो गया है।
महिला सुरक्षा हेतु विशेष दल शहर में पूरी एक्टिवनेस के साथ काम कर रहा है। क्योंकि अगर शहर में किसी भी तरह का कोई भी मामला सामने आता है। तो वह उसे तुरंत ही निपटाने की कोशिश करता है। अधिकतर केस में ऐसा होता है कि कोई मामला थाने तक आए क्योंकि मामला जिस जगह से सम्बंधित होता है। टीम वहीं पहुंच जाती है जिसमें किसी भी लडक़ी को कोई भी परेशानी हो या कोई शोहदा परेशान कर रहा हो तो वह जब पुलिस को कॉल करेगी तो टीम वहां पहुंचकर मामले को ऑन द स्पॉट निपटाती है। ऐसे में काफी हद तक सफलता मिलती है।
शोहदों के खिलाफ कार्रवाई के लिए महिला थाना से विशेष सुरक्षा दल एक्टिव रहता है। टीम लगातार पार्क, स्कूल व कॉलेज के गेट के साथ शॉपिंग मॉल के आसपास नजर रखती है। जरूरत पडऩे पर कार्रवाई करती है।
छवि सिंह, इंस्पेक्टर महिला थाना
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केस-1
कोतवाली थाना क्षेत्र में एक युवक और युवती शहर के स्पा सेंटर में एक साथ जॉब करते थे। जॉब के दौरान दोनों में दोस्ती हो गई और एक साथ रहने लगे। कुछ समय बाद युवती ने युवक पर पर महंगी घड़ी चोरी करने का आरोप लगाते हुए छेड़खानी का आरोप लगाया। मामला मार्च माह में थाने पहुंचने पर महिला थाना पुलिस ने युवती को उसके घड़ी के रुपए दिलाते हुए दोनों के बीच के फैसला करा दिया।
सुभाषनगर थाना क्षेत्र की एक महिला ने पड़ोसी पर छेड़छाड़ करते हुए जबरन घर में खींचने का आरोप लगाया। महिला का आरोप था कि वह जब घर से बाहर निकली थी तो पड़ोसी युवक उस पर फब्तियां कसता है, और विरोध करने पर धमकी देता है। एक दिन आरोपित ने उसे दोस्तों के साथ घर में खींचने की कोशिश की। मार्च माह में पुलिस ने दोनों पक्षों को थाने बुलाकर सुना और युवक को कड़ी चेतावनी देते हुए माफी मांगने पर समझौता करा दिया।
केस:-3
बारादरी थाना क्षेत्र की एक युवती ने प्रेमी पर ही दूसरी युवती से बात करने का आरोप लगाते हुए छेड़खानी का आरोप लगाते हुए थाने में तहरीर दी। युवती का कहना था कि वह तीन वर्ष से प्रेमी के साथ रिलेशन में हैं, अब प्रेमी उसकी फ्रेंड से बात करने लगा है इसका विरोध करने पर वह बात नहीं करता है। मार्च माह में महिला थाने में तहरीर दी। हालांकि दोनों पक्षों ने समझौता कर लिया।
50-केस करीब एक वर्ष में पहुंच रहे थाने
5-शोहदे ही करीब एक माह में पकड़े जाते हैं
2-केस महिला थाना पहुंचे नवरात्र में उत्पीडऩ के