Bareilly: मंडे को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल परिसर एक मां के विलाप से गूंज उठा. जुबां पर बच्चे का नाम लिए रोते हुए होश खोती उस मां का दर्द डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में टेक्निकल फैसिलिटीज की कमी की कहानी खुद ब खुद बयां कर रहा था. उसका लाडला सांप के काटने से मौत और जिंदगी के बीच झूल रहा था पर हॉस्पिटल में वेंटिलेटर की फैसिलिटी न होने और पर्याप्त बल्ड का स्टॉक न रहने से उसका इलाज डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में संभव न हो सका. कुछ घंटे बाद पेशेंट को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया.


हालत हो गई out of control सुबह लगभग 10 बजे नरयावल निवासी एक महिला अपने बच्चे प्रमोद को गोद में लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंची। प्रमोद को सांप ने डस लिया था। ओपीडी में भीड़ देखकर उसे इमरजेंसी ले जाया गया। वहां मौजूद डॉक्टर ने प्राथमिक इलाज तो शुरू किया, मगर सांप का जहर पूरी तरह से बॉडी में फैल चुका था। डॉक्टर्स के अनुसार इस तरह के केसेज में अगर पेशेंट की सांस बैठ रही हो तो उसे तत्काल वेंटीलेटर और अगर खून पानी में तब्दील हो रहा हो तो तुरंत ब्लड चढ़ाने की रिक्वायरमेंट होती है, पर हॉस्पिटल में न तो वेंटीलेटर है और न उसे पर्याप्त ब्लड ही उपलब्ध कराया जा सका। 1:30 घंटे की जद्दोजहद के बाद प्रमोद की हालत आउट ऑफ कंट्रोल हो गई तो डॉक्टर्स ने उसे लखनऊ के लिए रेफर कर दिया।

Posted By: Inextlive