मार्च में 13वें वित्त आयोग से दो सीवर निर्माण के लिए मिला पैसा

6 महीने बाद भी टेंडर नहीं, मार्च 2015 में शासन को होगा वापस

BAREILLY: जनहित की योजनाओं में समय पर बजट जारी न होने का अक्सर रोना रोने वाला नगर निगम अपनी ही लापरवाही से सरकारी मदद के खत्म होने की राह बना रहा है। शहर में दो सीवर लाइन बनाए जाने को लेकर निगम को राज्य सरकार से बजट के ब्0 लाख रुपए की मंजूरी मिली, लेकिन म् महीने बीतने के बावजूद निगम के जिम्मेदार निर्माण कार्य की रूपरेखा तक तैयार नहीं कर सके हैं। हाल यह है कि बजट से निर्माण कार्य पूरा शुरू कराने में अगले म् महीने से भी कम का समय रह गया है। अगर निगम के जिम्मेदार अब भी अपनी कुंभकर्णी नींद से न जागे तो शासन निर्माण कार्य के लिए जारी किए गए पैसे लैप्स हाे जाएंगे।

टेंडर ही नहीं खोले

मार्च ख्0क्ब् में क्फ्वें वित्त आयोग की मद से नगर निगम को ब्0 लाख रुपए का बजट जारी हुआ। इससे डीएम आवास से लेकर जंक्शन तक सीवर लाइन बिछाए जाने का काम होना था। इस निर्माण के लिए ख्भ् लाख रुपए का बजट मंजूर किया गया है। वहीं दूसरी सीवर लाइन सिविल लाइंस में अक्षत विहार पार्क से बिछाई जानी है। इसके लिए कुल क्भ् लाख रुपए का बजट पास किया गया है, लेकिन म् महीने पहले पैसा जारी होने के बाद भी निगम का निर्माण विभाग इनके टेंडर नहीं शुरू कर सका है।

मार्च ख्0क्भ् तक का समय

म् महीने तक अनुदान में बजट का पैसा मिलने के बाद भी टेंडर शुरू न कराने वाले निर्माण विभाग के जिम्मेदारों की इस लापरवाही पर निगम के दोनों बड़े मुखिया भी बेपरवाह रहे हैं। नियमानुसार एक साल तक अनुदान का पैसा निर्माण कार्य में इस्तेमाल न होने की स्थिति में पैसा लैप्स हो जाएगा। वहीं सीवर की दिक्कत से जूझ रहे शहर को अपने ही जिम्मेदारों की सुस्ती का खायिमाजा भुगतना पड़ेगा। क्फ्वें वित्त आयोग से मिले इस बजट के लैप्स होने की तारीख फ्क् मार्च ख्0क्भ् है। इसके बाद जिम्मेदारों को अनुदान की राशि निर्माण में लगाने के लिए समय सीमा बढ़ाने की अपील करनी पड़ेगी।

-क्फ्वें वित्त आयोग का पैसा यूज करने में लापरवाही हुई है, लेकिन यह लैप्स नहीं होगा इसकी समय सीमा बढ़ाई जाएगी। पहले कमिश्नर संग बैठक में देरी और फिर आचार संहिता की वजह से प्रोजेक्ट में देरी हुई। - डॉ। आईएस तोमर, मेयर

Posted By: Inextlive