15 मई तक हो जाएगी स्टार्ट पैसे नहीं तब भी मिलेगा खाना. निगम ने नेक कार्यो को देखते हुए लीज पर दी जमीन. रसोई के साथ ही मिलेगी डिस्पेंसरी की भी सुविधा

बरेली(ब्यूरो)। जरूरतमंदो की भूख मिटाने के लिए शहर की एक निजी संस्था ने बीड़ा उठाया हैै। यह संस्था जरूरतमंदो को बहुत कम दाम में भोजन खिलाएगी। इसके स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए संस्था ने गांधी उद्यान रोड स्थित निगम के गैराज के आगे सीता रसोई का निर्माण किया हैैं। संस्था इससे पहले भी सीता रसोई का संचालन कर रही थी, लेकिन अब प्रॉपर प्लेस पर संंस्था जरूरतमंदो को सुविधा दे पाएगी। संस्था के नेक उद्देश्य को देखते हुए नगर निगम ने लीज पर भूमि उपलब्ध करा दी है।

यहां से मिली प्रेरणा
शहर के व्यापारी प्रभात किशोर अग्रवाल व प्रतिभा अग्रवाल ने बताया कि वर्ष 2018 में उन्होंने जरूरतमंदो को खाना खिलाते हुए एक व्यक्ति को देखा तो उनके मन में भी दूसरे की सेवा करने का विचार आया। इसके बाद पति-पत्नी ने इसको छोटे स्तर पर शुरू किया। नेक काम को देखते हुए लोग संस्था से जुड़ते गए। जैसे-जैसे लोगों का सहयोग बढ़ता गया, वैसे-वैसे उन्होंने लोगों की हेल्प करने के लिए अन्य माध्यमों से भी हेल्प लेना शुरू कर दिया। उनके अनुसार मौजूदा समय में उनकी टीम में 1600 सेवादार हैैं। संस्था के कार्यों को देखते हुए नगर निगम की ओर से डेढ़ वर्ष पहले बैठक बुलाई गई व रसोई के लिए लीज पर जमीन दे दी।

निस्वार्थ करते हैैं सेवा
प्रभात किशोर बताते हैैं कि सीता रसोई की टीम का प्रमुख उद्देश्य सेवाभाव है, इसलिए हमारी टीम में किसी को कोई भी पद नहीं दिया गया हैै। संस्था में पब्लिक के सक्षम वर्ग से भी सहयोग मिलता है, जिससे कार्य को मजबूती मिलती है। निगम की ओर से मिली भूमि पर रसोई जारी हैैं। हमारी संस्था की एक ब्रांच पंतनगर में भी हैैं। संस्था के संचालन में पंकज अग्रवाल, राजा चावला, रमेश चंद्र अग्रवाल, विजय वाटला का विशेष योगदान रहा हैैं, इन लोगों के कठिन प्रयास के कारण ही सीता रसोई के निर्माण का कार्य कर हो पाया है।

12.5 लाख की मशीन से बनेगा खाना
इस रसोई की खासियत यह हैै कि इसमें साफ-सफाई को देखते हुए ऑटोमेटिक मशीन का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके लिए जल्द ही साढ़े 12 लाख रुपए की रोटी व सब्जी मेकर मशीन आने वाली हैैं। इसके साथ ही इस रसोई से शुद्ध पेय जल की सुविधा मिलेगी। साथ ही जरूरतमंदो के इलाज के लिए यहां डिस्पेंसरी की सुविधा भी मिलेगी, जिसमें एक रुपए के पर्चे पर फ्री दवा मुहैया कराई जाएगी। इस डिस्पेंसरी में चार डॉक्टर होंगे।
मेन्यू के बारे में बात करें तो प्लेट में रोटी, दाल, सब्जी, चावल, मिठाई व दिन के हिसाब से मेन्यू में बदलाव किया जा सकेगा।

10 रुपए में मिलेगा भोजन
कम रुपए में गुणवत्तापूर्ण खाना देने की व्यवस्था यहां पर की गई है। इसके लिए व्यक्ति को मात्र 10 रुपए ही देने होंंगे। इसके साथ ही यदि किसी के पास रुपए नहीं हैं तो उसे निशुल्क भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा। खाना खाने वाले लोगों के लिए असुविधा न हो इसके लिए रसोई के पीछे स्थित निगम के गैराज के थोड़े से हिस्से में लोगों के बैठने की सुविधा भी दी जाएगी। संस्था द्वारा सीता रसोई की शुरुआत 15 मई तक करने का प्रयास किया जा रहा है।

मिले हैैं कई अवार्ड
प्रभात अग्रवाल का कहना हैैं कि सीता रसोई संस्था के नेक कार्यो को देखते हुए कई अवार्ड मिल चुके हैैं। संस्था के लिए नगर निगम की ओर से भी अवार्ड दिया जा चुका हैैं, इसके साथ ही प्रदेश सरकार की तरफ से भी पुरस्कृत किया जा चुका हैै।

जारी है सेवा कार्य
संस्था किताबों को भी जरूरतमंदो तक पहुंचाने का कार्य कर रही हैैं। संस्था द्वारा अब तक करीब 700 जरूरतमंदो को बुक्स दी जा चुकी हैं। संस्था की ओर से लॉकडाउन के दौरान करीब दो हजार लोगों को भोजन प्रदान किया। साथ ही कपड़ा बैैंक के माध्यम से भी जरूरतमंदो के लिए कपड़े दिए जा रहे हैैं। हाल में ही तीन लाख के खर्च से हमारी संस्था ने एक बच्चे की आंखों का हैदराबाद में ऑपरेशन कराया हैैं।

Posted By: Inextlive