सरहद पर तैनात भाईयों को बहनें भेज रहीें राखियां
बरेली (ब्यूरो)। भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षा बंधन 30 अगस्त को मनाया जाएगा। हमारे नगर में भी कुछ ऐसी बहने हैं, जिनके भाई सेना में सरहद पर देश की रक्षा के लिए ड्यूटी में हैं। वे देश सेवा में तैनात रहने के कारण बहन से राखी बंधवाने के लिए नहीं आ पाते हैं। बहनें भी वहां जा सकती हंै। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने जब ऐसी बहनों से बात की तो उन्हें भाई को राखी न बांध पाने का थोड़ा मलाल दिखा, वहीं भाई के देश सेवा के लिए ड्यूटी में लगे होने का गर्व भी महसूस हुआ। बहनों का कहना है कि वह अपने भाईयों को राखी पोस्ट कर रही हैं ताकि उनका रक्षा सूत्र समय पर पहुंच सकें और वह देश सेवा के लिए अपनी ड्यूटी बेहतर तरीके से निभाते रहे।
बहनों की बात
लगता है बुरा पर गर्व भी है
मेरा नाम पिंकी कश्यप है। मेरे भाई रक्षपाल सिंह कश्यप 12 साल से भारतीय सेना में हैं। पिछले साल वह घर पर थे तो मैंने घर पर ही राखी बांधी थी। इस बार ड्यूटी पर होने के कारण राखी स्पीड पोस्ट द्वारा भेज दी हैं। रक्षाबंधन पर भाई घर नही हो तो थोड़ा बुरा लगता है, लेकिन मुझे गर्व है कि मेरा भाई देश की सेवा में तैनात है।
मेरा नाम कुसुम है। परवाना नगर में रहती हंू। मेरे भाई नरेंद्र लद्दाख में सेना में तैनात है। उसे कभी-कभी छुट्टी मिलती है तो घर आ जाते हैं। इस बार नहीं आ पाएंगे तो मैने भाई के लिए राखियां पोस्ट कर दी है। यह एक प्रकार से भाई की रक्षा के लिए बहनें भाई की कलाई में रक्षा का सूत्र बांधती है, जिससे भाई के जीवन की रक्षा होती रहे। मेेरे भाई का कहना है कि हम फौजी भाइयों को यह त्योहार बहुत अच्छा लगता है, जो राखियां बहनें भेजती हैं, उन्हें हम एक-दूसरे के हाथों में बांध देते है।
रहता है वेट
मेरा नाम कल्पना यादव है। मैं इज्जत नगर में रहती हूं। मेरे भाई का नाम सुमित यादव है। वह फौज में हैं। तीन साल पहले रक्षाबंधन पर बरेली आए थे। दो साल से मैं राखी भेज देती हंू। इस समय वह चाइना बॉडर पर है। इसलिए उनके लिए राखियां पहले से ही पोस्ट कर दी हैं, जिससे टाइम से राखियां भाई के पास पहुंच जाए। भाई का कहना है कि मुझे इस पर्व के आने का बहुत ही इंतजार रहता है। इस फेस्टिवल पर बहन का भाई के लिए खास प्यार नजर आता है। यह डोर हमेशा भाई बहन के प्यार की बनी रहे।
मेरा नाम डॉ। प्रवीणा देवी है। मेरे भाई का नाम संदीप यादव है। वह इस समय सेना में तैनात है। रक्षाबंधन पर इस बार छुट्टी नहीं मिली है। मेरे भाई की कॉल आई कि मुझे छुट्टी नहीं मिल रही है। घर नहीं आ पाऊंगा। आप राखी स्पीड पोस्ट कर दीजिए। हम आठ लोग हैं तो आठ राखियां भेजवा देना। आंखों में उदासी होती है फिर भी खुशी से कहना पड़ता है कि जी भाई पोस्ट कर देती हूं। इस दौरान कल ही राखी पोस्ट कर दी हैं ताकि समय से पहुंच जाएं। देश की सेवा करना गर्व की बात है। मुझे गर्व है कि मेरा भाई फौजी है।