महिला सिपाही के चक्कर में चली गोली, इंस्पेक्टर समेत पांच निलंबित
बरेली (ब्यूरो)। शहर के थाने में इंस्पेक्टर व महिला सिपाही के अवैध संबंधों का मामला शांत नहीं हुआ था कि सोमवार देर रात बहेड़ी थाने में महिला सिपाही के चक्कर में गोली चल गई। गनीमत रही कि गोली किसी को लगी नहीं। थाने में अफरा-तफरी मच गई। पूरा घटनाक्रम एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज तक पहुंचा तो उन्होंने बहेड़ी थाना प्रभारी सतेंद्र भड़ाना, इंस्पेक्टर क्राइम अनिल कुमार, सिपाही योगेश चहल, मोनू व मनोज को निलंबित कर दिया। साथ ही पूरे मामले में पुलिसकर्मियों के विरुद्ध विभागीय जांच बैठा दी है।
वीडियो बनाने पर बवाल
जानकारी के मुताबिक, थाने में तैनात सिपाही मोनू का सिपाही योगेश चहल से एक महिला सिपाही को लेकर विवाद चल रहा था। दोनों महिला सिपाही को लेकर एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे थे। प्रेम-प्रसंग की बात कह रहे थे। रविवार को मोनू महिला सिपाही को लेने गया। इसी दौरान पीछे-पीछे बाइक से सिपाही योगेश चहल साथी सिपाही मनोज को लेकर गया। मोनू महिला सिपाही को लेकर आ रहा था। पीछे चल रहे योगेश चहल ने दोनों की वीडियो बना ली। योगेश की यह हरकत मोनू ने देख ली। दोनों में जमकर बवाल हुआ।
परेशान करने का आरोप
आरोप है कि पूरे प्रकरण की जानकारी के बाद भी थाना प्रभारी सतेंद्र भड़ाना व इंस्पेक्टर क्राइम अनिल कुमार ने अधिकारियों को घटना से अनभिज्ञ रखा। पंचायत कराकर मामले को निपटा दिया। सोमवार देररात मामले ने उग्र रूप ले लिया। रात में मुंशी ड्यूटी पर तैनात सिपाही मोनू की पहले फोन पर सिपाही योगेश से बहस हुई। इसी के बाद उसने थाने में जमा दारोगा की पिस्टल निकाली और जमीन पर फायर कर दिया। गोली सीधे फर्श पर जा लगी जिससे कोई हताहत नहीं हुआ। घटना की जानकारी पर एसपी क्राइम मुकेश प्रताप ङ्क्षसह रात में ही थाने पहुंचे। पूछताछ में मोनू ने सिपाही योगेश पर परेशान करने का आरोप लगाया। जांच में सिपाहियों की महिला सिपाही को लेकर विवाद की बात सामने आई। इसी के बाद एसएसपी ने थाना प्रभारी समेत पांचों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।
नहीं लिखी गई प्राथमिकी
नियम के मुताबिक, मामले में फायर करने वाले पुलिसकर्मी पर प्राथमिकी भी लिखी जानी चाहिए। बताया गया कि सिपाही ने जब गोली चलाई, उस वक्त वह मुंशियाने में अकेला था। ऐसे में यदि वह अकेला था तब भी उसके ऊपर सरकारी संपत्ति के नुकसान की धारा में प्राथमिकी बनती है। मंगलवार देररात तक मामले में प्राथमिकी नहीं लिखी गई। यही नहीं जिस महिला सिपाही के चलते पूरा विवाद खड़ा हुआ, उसे कार्रवाई से दूर रखा गया। सिपाही मोनू मूलरूप से बागपत और महिला सिपाही मुजफ्फरनगर की रहने वाली है। दोनों के बीच एक वर्ष से प्रेम प्रसंग की चर्चा है।
बीते दिनों शहर के एक थाने में इंस्पेक्टर व महिला सिपाही के अवैध संबंधों के पर्चे मिले थे। मामला चर्चा का विषय बना। जांच तक बैठाई गई लेकिन अब तक जांच रिपोर्ट सामने नहीं आ सकी। फिलहाल बरेली के थाने में प्रेम-प्रसंग के किस्से आय-दिन बवाल की जड़ बन रहे हैं।
चार दिन पहले भी भिड़े थे दोनों
महिला सिपाही मोहल्ला रामलीला में किराये पर रहती है। चार दिन पहले ही मोनू और योगेश की महिला सिपाही की गली में भिड़ंत हो गई, हाथापाई हुई। दोनों की लड़ाई के बीच महिला सिपाही तीसरे सिपाही बिट्टू के साथ थाने चली गई। सोमवार की रात में दोनों सिपाहियों का थाने में जब आमना-सामना हुआ तब फिर कहासुनी हुई। इसी के बाद गोली चल गई।
अवैध वसूली ने भी आई सामने
निलंबित सिपाही मोनू और योगेश व बिट्टू स्थानीय अफसरों के बहुत चहेते थे। चर्चा है कि बहेड़ी बाइपास पर अवैध कबाड़ के धंधे से सिपाही वसूली भी करते थे। वसूली को लेकर हिस्सा-बांट में भी विवाद मोनू व योगेश में विवाद हुआ। इधर, महिला सिपाही के चक्कर सभी विवादों पर भारी पड़ गया। प्रकरण के बाद महिला सिपाही छुट्टी पर चली गई।
वर्जन
प्रकरण में थाना प्रभारी, इंस्पेक्टर क्राइम व तीनों सिपाहियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। विभागीय जांच के साथ सीओ से रिपोर्ट तलब की गई है।
-सत्यार्थ अनिरुद्ध पंकज, एसएसपी