बैंकों की लापरवाही से खतरे में सब्सिडी
- बैंकों को आधार नंबर देकर फंसे एलपीजी कंज्यूमर
- सीटीसी से नहीं जुड़ पाने से कंज्यूमर हो रहे परेशान >BAREILLY: बैंकों की लेटलतीफी के चलते सैकड़ों एलपीजी कंज्यूमर दोराहे पर नजर आ रहे हैं। बैंको में आधार नंबर देने के बाद भी उनका गैस कनेक्शन कैश ट्रांसफर कंप्लायंस (सीटीसी) से नहीं जुड़ सका है। जबकि, मार्च तक हर हाल में गैस कंज्यूमर को सीटीसी से जुड़ना आवश्यक है। बैंकों की इस लापरवाही से गैस एजेंसियां भी परेशान हैं। स्थिति यह हो गई है कि, एजेंसियां आधार नंबर से बचते हुए कंज्यूमर को लिंक से जोड़ने के काम में लगी हुई हैं, लेकिन जिन कंज्यूमर ने बैंकों में अपना आधार नंबर दे रखा है, उनकी परेशानियां कम होने की बजाय बढ़ती जा रही हैं। बैंक नहीं जोड़ रहे है लिंक सेशहर के विभिन्न बैंकों में करीब ख्0,000 कंज्यूमर आधार नंबर जमा कर सब्सिडी का लाभ पाने का इंतजार कर रहे हैं। जबकि बैंकों की लापरवाही के चलते यह होना संभव नहीं लगता है। एजेंसियों का कहना है कि, यदि कोई आधार कार्ड नंबर देता है तो, उसको बैंक और एजेंसी दोनों जगह नंबर फीड किया जाना आवश्यक है। जबकि बैंक एकाउंट होने पर सिर्फ एजेंसी से ही काम हो जाएगा। इसके लिए दोनों ही जगह लिंक से जोड़ने का काम किया जाना आवश्यक नहीं है। बैंकों की लापरवाही की देन है कि, कंज्यूमर अपनी शिकायत लेकर कभी बैंक, तो कभी एजेंसियों और कंपनियों के यहां चक्कर लगाते फिर रहे हैं।
नहीं ले रहे आधार कार्ड बैंकों की वजह से बढ़ रहे लोड और एलपीजी कंपनियों के दबाव के कारण एजेंसियां अब कंज्यूमर से आधार कार्ड नंबर लेना मुनासिब नहीं समझ रही हैं। आधार नंबर की जगह बैंक अकाउंट नंबर की मांग कंज्यूमर से गैस एजेंसियां कर रही हैं। ताकि, निर्धारित समय के अंदर ही वे अपने कंज्यूमर को सीटीसी से जोड़ने का काम कर सके। जिन लोगों ने आधार नंबर दिए हैं वे बैंकों के चलते सीटीसी से अभी तक नहीं जुड़ सके है। सिर्फ हमारी एजेंसी के ही करीब क्ख्00 कंज्यूमर इस समस्या को झेल रहे है। बाकी अन्य एजेंसियों को मिलाकर यह संख्या काफी अधिक है। राजेश गुप्ता, प्रोपराइटर, गैस एजेंसी