फसल बर्बादी के बाद वेडनसडे को डिस्ट्रिक्ट में करीब सात किसानों ने दम तोड़ दिया। कई किसानों पर बैंक का कर्ज था। नोटिस मिलने के

बहेड़ी: खराब फसल की तबाही देखकर इलाके के तीन किसानों की मौत हो गई। ये तीनों किसान कर्जे में डूबे हुए थे। पिपरिया कनक के किसान मोहन लाल पर सूदखोराें का कर्जा था खराब फ सल को देख वह वह सदमा बर्दाश्त नही कर सका और उसकी खेत पर ही मौत हो गई। जबकि सिली पिपरिया के किसान अनीसउद्दीन पर बैंक का डेढ़ लाख का कर्जा था। फसल देख कर उसके सीने में दर्द उठा और घर जाकर उसकी मौत हो गई। तीसरे किसान बलदेव प्रसाद की नदेली गांव में फसल कटवाते समय तबीयत बिगड़ने के बाद घर पर मौत हो गई।

मीरगंज तहसील क्षेत्र के गांव बढै़पुरा निवासी दुलारो देवी 55 वर्ष पत्‍‌नी स्व सुम्मेरी लाल भी फसल के सदमे को बर्दाश्त न कर सकीं और सोते समय दम तोड़ दिया। मृतक के बेटे छोटेलाल ने बताया कि उसके पास केवल ढाई बीघा जमीन है। बारिश से फसल बर्बाद हो गई थी। शाम को मां खेत से लौट कर आयी और बर्बादी पर चिंता जाहिर की थी।

आंवला में ग्राम शाहबाजपुर के अफसर वेग ने 20 बीघा भूमि में गेहूँ की खेती की थी, लेकिन फसल उन्हें धोखा दे गयी, मंगलवार की रात्रि में अचानक उनकी तबीयत खराब हो गयी, तो परिवार वाले उन्हें उपचार हेतु बरेली लेकर जा रहे थे, रास्ते में ही उनकी सांसे थम गयी।

थाना अलीगंज के ग्राम खेलम देह जागीर में किसान चन्द्र प्रकाश मौर्य के चार बीघा गेहूँ के खेत में जब मात्र दो कुन्टल गेहूँ ही निकले तो सदमे में उसके प्राण पखेरू हो गए। केवल दो कुन्टल उपज और निभाने को बड़ी जिम्मेदारियां, उसकी मौत का कारण बन गयी।

थाना सिरौली क्षेत्र के ग्राम बरसेर में एक वृद्ध किसान की मौत हो गयी। मृतक लोचन सिंह यादव 60 वर्ष वेडनसडे को फसल देखने गये थे, लौटकर आने पर उनकी मृत्यु हो गयी। परिजनों ने बताया कि उनकी 13 बीघा फसल थी, जो बर्बाद हो गयी थी।

Posted By: Inextlive