महीने की पहली तारीख को जेब भरेगी नही,ं होगी खाली
- सर्विस टैक्स की मार से झुलसेंगे बरेलियंस
- 50 लाख के मकान पर 20 हजार एक्स्ट्रा पे करना होगा BAREILLY: आज से खाना-पीना, घूमना-फिरना और मौज मस्ती सब कुछ महंगा हो जाएगा। हर एक चीज के लिए आपको अधिक कीमत चुकानी होगी। महंगाई की यह मार अचानक नहीं आई है। बल्कि, इसकी ताबीर बजट में ही लिख दी गई थी, जब फाइनेंस मिनिस्टर ने सर्विस टैक्स की दर में इजाफा का फैसला लिया था। लिहाजा, जून से सर्विस टैक्स की दर क्ख्.फ्म् पर्सेट की बजाय क्ब् पर्सेट वसूल किया जाएगा। मकान खरीदना भी हुआ महंगासेवा कर की नई दरें लागू होने से प्रॉपर्टी खरीदने पर भी जेब पर अधिक बोझ पड़ेगा। इसका असर निर्माणाधीन प्रॉपर्टी पर भी पड़ेगा। प्रॉपर्टी की कीमतें बढ़ने के साथ नए खरीदारों को घर खरीदने के लिए अधिक कीमत चुकानी होगी। एक जून से एक करोड़ से कम कीमत की प्रॉपर्टी पर सर्विस टैक्स फ्.भ्0 फीसदी की दर से या प्रॉपर्टी की बेस कीमत के ख्भ् फीसदी पर क्ख्.फ्म् फीसदी सर्विस टैक्स देना होगा। वहीं एक करोड़ से अधिक की प्रॉपर्टी पर सर्विस टैक्स ब्.ख् फीसदी की दर से या प्रॉपर्टी की बेस कीमत के फ्0 फीसदी पर क्ब् फीसदी की दर से सर्विस टैक्स चुकाना होगा। इसके अलावा दूसरे चार्जेज जैसे लीगल फीस, होम इंश्योरेंस व रजिस्ट्री पर भी जेब ढीली करनी होगी। किसी मकान के कंस्ट्रक्शन पर यदि, भ्0 लाख खर्च आता है तो, बढ़ा हुआ सर्विस टैक्स जोड़ने पर कस्टमर को भ्0 लाख ख्0,भ्00 रुपए पे करने होंगे।
महंगा हुआ खाना रेस्टोरेंट और होटल में रहने और खाने में मंडे से अधिक रुपए देने पड़ेंगे। रूम और लीकर सर्विस पर कस्टमर को ख्00 रुपए तक एक्स्ट्रा चार्ज देना पड़ेगा। बिजनेस से जुड़े लोगों ने बताया कि, प्रजेंट टाइम में लीकर सर्विस पर भ् और रूम सर्विस पर 7.ब्ख् पर्सेट टैक्स लगता था, जो कि, बढ़कर म्.म्ब् और 9.09 परसेंट हो गया है। यानि एक बात साफ है कि, खाने-पीने का मजा लेना है तो, जेब ढीली होनी तय है। लाइफ की सुरक्षा भीजीवन बीमा के पहले वर्ष के प्रीमियम पर सेवा कर की दर फ् फीसदी से बढ़कर फ्.भ् फीसदी हो गई है। इसके आगे के प्रीमियम पर अभी क्.भ् फीसदी सर्विस टैक्स लग रहा है। एक जून से इसकी दर क्.7भ् फीसदी हो जाएगी। यही नहीं वाहनों का इंश्योरेंस भी महंगा हो गया है। भ्0 हजार तक के बाइक पर जहां क्780 रुपए इंश्योरेंस के लगते थे वहीं अब लोगों को करीब क्800 रुपए खर्च करने पड़ेंगे।
गैजेट्स पर भी असर स्मार्ट फोन पर सर्विस टैक्स का उतना इफेक्ट नहीं पड़ा है, जितना ही कम दाम के सेट्स पर। स्मार्ट फोन के प्राइस में जहां मात्र क्भ्0-फ्भ्0 रुपए तक का इजाफा हुआ है। वहीं छोटे हैंडसेट के प्राइज में भ्0 से क्000 रुपए तक का ग्रोथ होगा। यहीं नहीं ख्फ्,000 में बिकने वाला एलसीडी प्रोजेक्टर करीब 800 रुपए तक महंगे हुए हैं। प्रथम श्रेणी की रेल यात्रा से लेकर हवाई उड़ान भी प्रथम श्रेणी और एसी श्रेणी के टिकटों पर अभी यात्रियों को फ्.78 फीसदी की दर से सर्विस टैक्स देना होता है। जून से यह दर बढ़कर ब्.ख् फीसदी हो जाएगी। यानि इनके मुसाफिरों को 0.ब्ख् फीसदी की दर से अधिक सर्विस टैक्स चुकाना होगा। वहीं घरेलू उड़ानों में सर्विस टैक्स की दरें 0.म् फीसदी से बढ़कर 0.7 फीसदी। इंटरनेशनल उड़ानों के लिए सर्विस टैक्स की दरें क्.ख् फीसदी से बढ़कर क्.ब् फीसदी आज से हो गई हैं। जो सेवाएं हुई महंगी - रेस्तरां में खाना व होटल में रहना। - हवाई यात्रा व ट्रेनों के एसी क्लास के टिकट। - माल ढुलाई। - ईवेंट मैनेजमेंट। - कैटरिंग। - बीमा प्रीमियम। - ट्रेलर। - कंस्ट्रक्शन का काम। - बुनकर।- इलेक्ट्रिशियन।
- कारपेंटर। टैक्स का सबसे ज्यादा असर औद्योगिक क्षेत्र पर पड़ेगा। क्योंकि, यहां वर्कर्स से जुड़ी चीजों का ज्यादा काम होता है। सर्विस टैक्स से सभी वर्ग के लोग प्रभावित होंगे। दिनेश गोयल, प्रेसीडेंट, चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स कंस्ट्रक्शन पर सर्विस टैक्स फ्.09 से बढ़कर फ्.भ्0 हो गया है। इनमें 7भ् पर्सेट लैंड और मैटेरियल और ख्भ् पर्सेट सर्विसेज पर टैक्स लगता है। भ्0 लाख के कंस्ट्रक्शन पर टैक्स के चलते ख्0 हजार से अधिक का भार पड़ेगा। अमित अग्रवाल, बिल्डर