'पॉकेट' से अब ज्यादा रुपए होंगे 'विड्रॉ'
- इस फाइनेंशियल ईयर में बैंकों में कई चेंजेस
- कई बैंकों के सर्विस चार्ज में हुई बढ़ोतरीBAREILLY: इस फाइनेंशियल ईयर से बैंकिंग करते वक्त आपकी 'पॉकेट' से पहले से ज्यादा रुपए 'विड्रॉ' होंगे। दरअसल आरबीआई की नई गाइडलाइंस के बाद मैक्सिमम बैंकों ने अपने कई सर्विस चार्ज इंक्रीज कर दिए हैं। मैनुअल और ऑनलाइन ट्रांजिक्शन के साथ कई सर्विसेज के भी चार्ज बढ़ा दिए गए हैं। कुछ गवर्नमेंट व प्राइवेट बैंकों ने नए सर्विस चार्ज इस फाइनेंशियल ईयर से लागू भी कर दिए हैं। हालांकि कुछ बैंकों के सर्विस चार्ज में कोई बदलाव नहीं हुए हैं, क्योंकि आरबीआई ने कुछ ही बैंकों को गाइडलाइंस जारी की थीं। बैंक्स ऑफिसर्स का कहना है कि सर्विस चार्ज बढ़ने के बाद कस्टमर्स के लिए कई फैसिलिटीज बढ़ाई जाएंगी। आरबीआई ने भी अपनी गाइडलाइंस में यह बात साफ कही है कि कस्टमर्स को बेहतर सर्विस देने के लिए सिस्टम को सुधारा जाए।
कई सुविधाओं के charge बढ़े
मैक्सिमम बैंकों ने एसएमएस अलर्ट, एटीएम चार्ज, ड्राफ्ट कमीशन, नया एटीएम कार्ड जारी करने, कैश हैंडलिंग चार्जेस, बैंक स्टेटमेंट, ऑनलाइन ट्रंाजिक्शन सहित तमाम सर्विसेज के चार्जेस में बदलाव किया है। एसबीआई ने कैश डिपॉजिट सर्विस चार्ज बढ़ाया है। अब एसबीआई से कैश डिपॉजिट करने पर कस्टमर को अब ख्भ् रुपए के जगह भ्0 रुपए देने होंगे। भ्0 रुपए एसबीआई द्वारा मिनिमम सर्विस चार्ज निर्धारित किया गया है।
बेहतर सर्विस देने की मंशा नई गाइडलाइंस के बाद मैक्सिमम बैंकों ने सर्विस चार्ज में बढ़ोतरी तो कर दी है पर साथ ही कस्टमर को बेटर सर्विस प्रोवाइड करने के लिए भी कुछ डिसीजन लिए हैं। एक्सिस बैंक ने अपने कस्टमर्स को राहत देते हुए अकाउंट मेंटेन करने में छूट दी है। एक्सिस बैंक के मैनेजर एंड ऑपरेशन हेड मयंक गुप्ता ने बताया कि बैंक ने नॉन मेंटीनेंस चार्ज को पर मंथ ख्भ्0 रुपए कर दिया है जोकि पहले तीन महीने के हिसाब से 7भ्0 रुपए चार्ज किया जाता था। वहीं आने वाले दिनों में कस्टमर्स को वेब सर्विस का कोई चार्ज नहीं देना होगा। बैंक ऑफिसर्स की मानें तो बैंक और एटीएम की सुरक्षा पुख्ता कराने की मंशा के चलते बैंक सुविधाओं के चार्जेस में बढ़ोतरी की गई है। इससे सुरक्षा प्रबंध पर होने वाले खर्च का इंतजाम अच्छे से हो पाएगा। कैश डिपॉजिट सर्विस चार्ज में बढ़ोतरी हुई है। कस्टमर को बेटर सर्विस देने के लिए ऐसा किया जा रहा है। -सुनील कुमार, चीफ मैनेजर, अकाउंट एंड एडमिनिस्ट्रेशन, एसबीआई