Bareilly: बरेली में बदमाश बेखौफ हो गए हैं. जुलाई और अगस्त में कफ्र्यू के चलते छिपे क्रिमिनल्स ने पुलिस को ओपन चैलेंज करना स्टार्ट कर दिया है. वैसे सिटी के अधिकांश इलाकों में पुलिस तो दिख जाती है पर ऐसा लगता है कि क्रिमिनल्स को वर्दी?से अब डर नहीं लगता. फ्राइडे की नाइट और सैटरडे को हुई दो सनसनीखेज वारदातों ने एक बार फिर सिटी के लॉ एंड ऑर्डर पर सवाल खड़ा कर दिया है.


kidnapping के बाद rape की कोशिशपिकअप ड्राइवर और हेल्पर ने फ्राइडे नाइट एक महिला को पिस्टल की नोक पर किडनैप कर उसके साथ रेप करने की कोशिश की। यह घटना सुभाष नगर थाना क्षेत्र की है। महिला के साथ उसकी 9 माह की बच्ची भी थी। महिला के शोर मचाने व गाड़ी की आवाज सुनकर गांव वालों ने मामले की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस को देख आरोपी पिकअप वैन और महिला को छोड़ भाग निकले। सैटरडे सुबह पिकअप को कब्जे में लेने के लिए पहुंची पुलिस ने दोनों आरोपियों को धर दबोचा। असल में दोनों पिकअप वैन को मौके से ले जाने की कोशिश कर रहे थे। पुलिस गिरफ्त में आए आरोपियों के नाम अरविंद व बादशाह हैं। पुलिस ने दोनों के पास से एक तमंचा व दो जिंदा कारतूस भी बरामद किया है।बनारस जाने के लिए निकली थी  


20 वर्षीय रीमा (परिवर्तित नाम) गंगपुर, कादरचौक बदायूं की रहने वाली है। उसका पति रामप्रसाद (परिवर्तित नाम) कॉरपेंटर है। रीमा का मायका डीएलडब्लू, पहाड़ी गेट बनारस में है। रीना ने बताया कि उसे ट्रेन से बनारस अपने मायके जाना था। दिल्ली से उसके मौसा अनिल कुमार व मौसी निर्मला ट्रेन से बनारस जा रहे थे। बरेली से रीमा भी उनके साथ जाने वाली थी। बरेली तक पहुंचने के लिए वह फ्राइडे शाम पुलिस लाइन चौराहा बदायूं बस स्टैंड से एक पिकअप में सवार हुई। पिकअप में सात-आठ सवारियां और भी बैठी थीं। रात करीब आठ बजे पिकअप बरेली पहुंचा। यहां पर चौपुला चौराहे के पास  पिकअप के ड्राइवर ने सवारियां उतार दीं। पिकअप में सिर्फ रीमा और उसकी 9 माह की बच्ची रह गई। रीमा ने ड्राइवर को जंक्शन छोडऩे के लिए कहा। मुंह में ठूंसा कपड़ाजंक्शन छोडऩे के बहाने ड्राइवर व हेल्पर पिकअप को दूसरे रास्ते पर ले जाने लगे तो रीमा को शक हुआ। उसने शोर मचाने की कोशिश की तो बदमाशों ने पिस्टल की नोक पर रीमा को बंधक बना लिया। दोनों उसे बहेटी के पास खंडहर में ले गए और उसे जबरन शराब पिलाने की कोशिश की। बेखौफ बदमाशों ने इसके बाद रीमा व उसकी बच्ची के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया जिससे शोर न मचा सके। विरोध पर दोनों ने उसके साथ मारपीट और उसके साथ रेप करने की कोशिश की। इस बीच किसी तरह रीमा ने मुंह से कपड़ा निकाल शोर मचाया। आवाज सुनकर गांव वालों ने मामले की सूचना तुंरत रामगंगा चौकी इंचार्ज गजेंद्र त्यागी को दी।गांव वालों ने बचाया

सूचना पाकर गजेंद्र त्यागी साथी पुलिसकर्मियों और गांव वालों के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस को देखकर दोनों मौके से पिकअप छोड़कर भाग गए। पिकअप खेत में फंस गई थी। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि रीमा खेत में एक तरफ व बच्ची दूसरी तरफ पड़ी थी। पुलिस तुंरत उन्हें हॉस्पिटल लेकर गई। पुलिस को मौके से रीमा का बैग भी पड़ा मिला, जिसमें रीमा के 2000 रुपए मिले.  सुबह पुलिस पिकअप लेने मौके पर पहुंची तो देखा कि ड्राइवर व हेल्पर पिकअप को धक्का देकर निकाल रहे थे। पुलिस ने दोनों को दबोच लिया। महिला को पिकअप के ड्राइवर व हेल्पर ने किडनैप कर लिया था। खंडहर में ले जाकर दोनों ने पिस्टल की नोक पर रेप का प्रयास किया.  दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया गया है। दोनों के पास से तमंचा व दो जिंदा कारतूस बरामद हुई हैं।-अखिलेश भदौरिया, सीओ सिटी सेंकेंड, बरेली

केस वापस नहीं लिया तो पीटकर मार डाला


तमाम डराने और धमकाने के बावजूद जब एक बुजुर्ग ने केस वापस नहीं लिया तो चार भाइयों ने सैटरडे को उनकी जान ले ली। सरेआम बुजुर्ग को उन्हीं के घर से घसीटकर अपने घर ले गए और फिर खंभे से बांधकर जमकर पिटाई की। लोगों के इकट्ठा होने पर अधमरी हालत में छोड़कर चले गए। हॉस्पिटल ले जाते समय बुजुर्ग ने दम तोड़ दिया। चारों भाई दो साल पहले   बुजुर्ग के घर में मारपीट व डकैती के आरोपी हैं। पुलिस केस रजिस्टर कर मामले की जांच कर रही है।गया था घर की सफाई करनेमृतक की पहचान 70 वर्षीय शराफत के रूप में हुई है। शराफत करैली, सुभाषनगर में रहता था। वह पान बेचकर अपना गुजारा करता था। उसकी पत्नी का नाम अनवरी है। शराफत करीब डेढ़ साल से करगैना में किराए के मकान में रह रहा था। हालांकि उसका करैली में अपना घर भी है लेकिन डर की वजह से वह वहां नहीं रह रहा था। वह अपने घर में वापस रहना चाहता था। इसलिए सैटरडे सुबह वह अपनी पत्नी के साथ करैली के घर में साफ-सफाई करने पहुंचा। वहीं उसके साथ यह दुर्घटना हो गई। घसीटकर अपने घर ले गए
शराफत के अपने घर में पहुंचने की खबर उसके चारों पड़ोसी भाइयों मैनुद्दीन, कमालुद्दीन, जमालुद्दीन और कमरुद्दीन को लगी। वे अन्य साथियों शफीक और निसार के साथ शराफत के घर में घुसे और घसीटते हुए अपने घर में ले आए। यहां पर उन्होंने शराफत को बरामदे के खंभे में बांध दिया और उसकी लाठी-डंडों से जमकर पिटाई की। पिटाई में शराफत के दोनों हाथ कई जगह से टूट गए। शराफत की पत्नी ने शोर मचाया तो पड़ोसियों ने मामले की सूचना पुलिस को दी और उसे बचाने के लिए पहुंच गए। आरोपी शराफत को अधमरी हालत में छोड़कर भाग गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने शराफत को डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में एडमिट करवाया। हालत में   सुधार न होने पर परिजन उसे प्राइवेट  हॉस्पिटल ले जाने लगे तभी रास्ते में शराफत की डेथ हो गई।

Posted By: Inextlive