- जिम्मेदार पुलिस को नहीं इनकी कोई फिक्र

- आदेश के बावजूद नहीं पड़ता कोई फर्क

जिम्मेदार पुलिस को नहीं इनकी कोई फिक्र

- आदेश के बावजूद नहीं पड़ता कोई फर्क

BAREILLY : BAREILLY : शहर में थर्सडे को हुई बुजुर्ग महिला की हत्या के बाद एक बार फिर बुजुर्गो की सुरक्षा को लेकर सवाल उठने लगे हैं। आखिर खुद को बेसहारों की लाठी कहलाने वाली पुलिस क्या करती है? क्या उन्हें अपनी जिम्मेदारी का अहसास नहीं है? सिटी में ऐसे कई बुजुर्ग हैं जो उम्र के इस पड़ाव पर भी डरे-सहमे नजर आ रहे हैं। ऐसे सीनियर्स सिटिजंस को हेल्प करने के लिए आई नेक्स्ट ने एक अभियान शुरू किया है। इसके तहत अगर आप अपनी सुरक्षा को लेकर परेशान हैं तो हम से शेयर कीजिए हम आपकी बात पुलिस के आला आफिसर तक पहुंचाएंगे।

ये हो चुके हैं शिकार

- सिटी में पिछले कुछ दिनों से लगातार बुजुर्गो पर हमले हो रहे हैं।

- प्रेमनगर में बुजुर्ग महिला टीचर की हत्या कर दी गई।

- करीब ख्0 दिन पहले किला में रिटायर्ड महिला टीचर सितारा अग्रवाल को बंधक बनाकर लूट लिया था।

- करीब दो महीने पहले कोतवाली में जीआईसी के पीछे रह रहे बुजुर्ग दंपति को बदमाशों ने लूटा था और जान से मारने का प्रयास किया था।

- सिविल लाइंस एरिया में करीब छह माह पहले बुजुर्ग महिला की हेल्प न मिलने से मौत हो गई थी।

सैकड़ों बुजुर्ग रहते हैं अकेले

सिटी में सैकड़ों बुजुर्ग ऐसे हैं, जो फैमिली से अलग अकेले रहते हैं। इनकी सिक्योरिटी का जिम्मा रखने वाली पुलिस हमेशा अपनी जिम्मेदारी से दूर भागती है। जब भी कोई वारदात होती है तो पुलिस के द्वारा इनकी सेफ्टी के बड़े-बड़े दावे किए जाते हैं। अधिकारियों के द्वारा आदेश कब रद्दी में चले जाते हैं इसे किसी को कोई लेना देना नहीं रहता है।

ये एरिया बुजुर्गो के लिए सेफ नहीं

सिटी में कई ऐसे एरिया हैं जहां कई बुजुर्ग अकेले ही अपनी डर-डर के अपनी जिंदगी काट रहे हैं। रामपुर गार्डन, सिविल लाइंस, प्रेमनगर, भूड़, इज्जतनगर, राजेंद्र नगर, संजय नगर, बारादरी, सुभाषनगर, किला, बड़ा बाजार, समेत कई अन्य एरिया हैं जहां कई बुजुर्ग अकेले रहते हैं। बदमाश इन्हें अपना साफ्ट टारगेट समझते हैं और मौका पाते ही वारदात को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं।

अभी तक नहीं बना रिकॉर्ड

बुजुर्गो की सिक्योरिटी, देखरेख और उनकी प्रॉब्लम सुनने के लिए पुलिस के पास रिकॉर्ड होना चाहिए, लेकिन बरेली पुलिस के पास यह रिकॉर्ड उपलब्ध ही नहीं है और न ही बुजुर्गो के बारे में कोई जानकारी। डीजीपी के आदेश के बाद सीनियर सिटीजन सेल के नोडल अधिकारी एसपी क्राइम को बनाया गया है। एसपी क्राइम ने एक सप्ताह पूर्व सभी थानों को अपने एरिया के सीनियर सिटीजन का रिकॉर्ड कलेक्ट कर सभी के साथ मीटिंग कर उनकी प्रॉब्लम जानने का आदेश दिया था, लेकिन न तो मीटिंग की गई और न ही अभी तक कोई रिकॉर्ड तैयार हो सका है।

Posted By: Inextlive