बच्चों की प्रॉब्लम से 'बेफिक्र' हैं स्कूल मैनेजमेंट
- एडमिनिस्ट्रेशन को मात्र 2 स्कूलों ने सौंपा खाका
- रिपोर्ट सौंपने के लिए सिर्फ बचा है बस 72 घंटे का समय BAREILLY: बच्चों के फ्यूचर को संवारने का दावा करने वाले स्कूल मैनेजमेंट को ही उनकी चिंता नहीं है। तभी तो एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा दी गई डेडलाइन के बाद भी मोस्टली स्कूल मैनेजमेंट ने उन्हें रिपोर्ट नहीं सौंपी है। गौरतलब है कि स्कूली वाहनों के स्ट्राइक पर जाने के बाद एडमिनिस्ट्रेशन ने अभिभावक संघ, आरटीओ और स्कूल मैनेजमेंट के साथ एक मीटिंग की थी। इस मीटिंग में स्कूल मैनेजमेंट को क्भ् दिन के अंदर खाका तैयार कर सौंपने को कहा था। मात्र दो ने सौंपी रिपोर्टएडीएम सिटी आरपी सिंह के निर्देश के मुताबिक खाका सौंपने के लिए मात्र दो दिन का टाइम बचा है। अभी तक डीपीएस और एसआर इंटरनेशनल सिर्फ दो स्कूलों ने ही अपनी रिपोर्ट एडीएम सिटी को सौंपी है। जबकि सेंट मारिया स्कूल मैनेजमेंट ने एडीएम सिटी से वेडनसडे को रिपोर्ट सब्मिट करने के लिए कहा है। लेकिन बाकी के स्कूल्स अभी तक लापरवाही की नींद सो रहे हैं। सिटी में सीबीएसई और आईसीएसई के भ्0 से अधिक स्कूल वर्क कर रहे हैं। रिपोर्ट में उन्हें स्कूल में बच्चों की संख्या, अनुबंधित और स्वयं के स्कूली वाहन और ड्राइवर्स की संख्या कितनी है, आदि बातों की इंफॉर्मेशन देनी थी।
कैसे चलाएं वाहन स्कूली वाहन ओनर्स स्ट्राइक खत्म करना चाह रहे हैं, मगर उनके सामने एमवी एक्ट के नियम आड़े आ रहे हैं। शहर में जितने भी स्कूली वाहन हैं उनमें से मैक्सिमम की मियाद खत्म हो चुकी है। नए वाहन खरीद पाने में वाहन ओनर असमर्थता जता रहे हैं। हालांकि वाहन ओनर्स पुराने वाहन चलाने के लिए म् महीने का टाइम मांग रहे हैं ताकि वे नए वाहन खरीद सके, लेकिन आरटीओ ने टाइम देने से साफ मना कर दिया है। खाका सौंपने के संबंध में प्रशासन का कोई लेटर मुझे प्राप्त नहीं हुआ है। हालांकि स्कूल मैनेजमेंट खुद स्कूली वाहनों की अरेंजमेंट कर रहे हैं। -राजीव ढींगरा, प्रेसीडेंट, इंडीपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन, सीबीएसई