स्ट्राइक के वार से पढ़ाई पर मार
- स्कूली वाहनों के स्ट्राइक से बच्चों की अटेंडेंस 15 परसेंट हुई कम
- खुद के स्कूली वाहन चलाने का विचार कर रहे हैं स्कूल मैनेजमेंट BAREILLY: स्कूली वाहनों की स्ट्राइक का असर अब बच्चों की पढ़ाई पर भी पड़ने लगा है। पिछले तीन दिन की हड़ताल के चलते बच्चों की स्कूल में अटेंडेंस गिर गई है। कुछ बच्चों को जहां स्कूल बंक करना पड़ रहा है वहीं कई दौड़ते-भागते लेट स्कूल पहुंच पाते हैं। बच्चों की पढ़ाई के लॉस परेशान पेरेंट्स एडमिनिस्ट्रेशन और स्कूल मैनेजमेंट पर नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। वेडनसडे को अभिभावक संघ के लोगों ने सिटी मजिस्ट्रेट से मिलकर ये समस्या रखी। वहीं स्कूली वाहन ओनर्स ने भी सिटी मजिस्ट्रेट से मिलकर अपने खिलाफ होने वाली कार्रवाई के प्रति रोष जताया। गिरती जा रही है परसेंटेजस्कूली वाहन नहीं चलने से बच्चों का अटेंडेंस परसेंट काफी गिर गया है। पिछले तीन दिन में ही स्कूल में क्भ् परसेंट बच्चों की संख्या कम हो गई है। दिन-ब-दिन यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। स्कूल मैनेजमेंट का भी कहना है कि वाहन नहीं चलने से बच्चों और पेरेंट्स पर अटेंडेंस को लेकर प्रेशर भी नहीं बनाया जा सकता है। अगर स्ट्राइक आगे भी जारी रहती है तो कोर्स कंप्लीट कराने में प्रॉब्लम्स होंगी।
पेरेंट्स स्कूल मैनेजमेंट ने नाराज
पेरेंट्स बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होने से स्कूल मैनेजमेंट पर अपना गुस्सा निकाल रहे हैं। उनका कहना है कि अगर स्कूल मैनेजमेंट अपने वाहन की सुविधा देते होते तो ये प्रॉब्लम नहीं होती। सख्ती होते ही वाहन ओनर्स स्ट्राइक कर धमकी देते हैं। वहीं अब स्कूल मैनेजमेंट भी खुद के वाहन चलाने की योजना बना रहा है। स्कूल मैनेजमेंट की मानें तो आने वाले दिनों में वह अनुबंधित वाहनों के भरोसे नहीं रहेंगे। सिटी मजिस्ट्रेट के सामने रखी बातइस प्रॉब्लम को लेकर अभिभावक संघ के लोगों ने वेडनसडे को सिटी मजिस्ट्रेट से मुलाकात की। उन्होंने बताया कि पिछले साल भी अभियान चलाया गया था, जिसके चलते स्कूली वाहन ओनर्स ने स्ट्राइक कर दिया था। अगर कोई अभियान चलाया जा रहा है तो इसकी नोटिस वाहन ओनर्स को जारी होनी चाहिए ताकि वे समय सीमा पर मानकों को पूरा कर सकें। पेरेंट्स को भी इस बात की जानकारी पहले से हो तो वह भी अपने इंतजाम कर लें। वहीं स्कूली वाहन ओनर्स ने भी सिटी मजिस्ट्रेट के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने बताया कि मानक पूरे होते हुए भी आरटीओ वाहनों को सीज कर रहा है, जिसका जुर्माना ब्0 हजार है। इसके अलावा स्कूल मैनेजमेंट स्कूली परमिट देने को तैयार नहीं है।
7फ् वाहनों के खिलाफ कार्रवाई वेडनसडे को भी चेकिंग अभियान जारी रहा। इस दौरान टोटल 7फ् स्कूली वाहनों के खिलाफ कार्रवाई की गई। इनमें से फ्क् ऑटो व टेम्पो, भ् वैन, फ् बस और फ्ब् अन्य वाहनों के चालान किए गए। स्ट्राइक के चलते बहुत से बच्चे स्कूल लेट आ रहे हैं। इस वजह से क्लासेस प्रभावित हो रही हैं। इस संबंध में एडमिनिस्ट्रेशन को कोई बीच का रास्ता निकालना चाहिए। राजीव ढींगरा, प्रेसीडेंट, इंडिपेंडेंट स्कूल एसोसिएशन, सीबीएसई बच्चों की अटेंडेंस का परसेंटेज काफी गिर गया है। ट्रांसपोर्ट मैनेजर को आरटीओ से मिलकर इस सिचुएशन से निपटने के लिए कहा है। स्ट्राइक की यही स्थिति रही तो स्कूल अपने वाहन बच्चों के लिए लगाएआ। -निर्भय सिंह बेनीवाल, एकेडमिक डायरेक्टर, सेक्रेड हार्ट्स