लड़कियों को छेड़ा तो अब पड़ेगा पंच
जूनियर हाईस्कूल की छात्राएं अगले महीने से सीखेंगी जूडो-कराटे और ताइक्वांडो के गुर
BAREILLY: कम उम्र लड़कियों से लेकर उम्रदराज महिलाओं के साथ हिंसा की घटनाएं बड़ी तेजी से बढ़ी है। ऐसे में महौल को लड़कियों के लिए सुरक्षित बनाने के साथ ही इन्हें अचानक आयी परेशानी से जूझने लायक बनाने की भी खास जरूरत है। इसी सोच के साथ सरकारी स्कूल की किशोरियां आत्मरक्षा के गुर सींखेंगी। बेसिक शिक्षा विभाग ने इस अच्छे फैसले को जल्द मूर्त रूप देने के लिए तैयारियां भी शुरू कर दी है। जिसके तहत अगले महीने से सभी जूनियर हाईस्कूल की छात्राएं ताइक्वांडो, जूडो-कराटे सिखती नजर आयेंगी। ट्रेनिंग से लड़कियां सीखेंगी सेल्फ डिफेंसकिशोर उम्र से गुजर रही लड़कियों को सेल्फ डिफेंस के तरीके सिखाने के लिए ट्रेनिंग प्रोग्राम्स आर्गनाइज किये जायेंगे। जिसमें जूनियर हाईस्कूल की छात्राओं को प्रोफेशनल ट्रेनर्स के द्वारा ताइक्वांडों, जूडो-कराटे की ट्रेनिंग दी जाएगी। इसके लिए पूरे डिस्ट्रिक्ट में ब्लॉक लेवल पर कुल क्क् सेंटर्स बनाये जाने है, हर सेंटर पर टोटल क्00 लड़कियों को ट्रेनिंग दी जाएगी। हफ्ते में तीन दिन ट्रेनर सेंटर्स पर ट्रेनिंग देंगे।
मीटिंग में बनी ट्रेनिंग की रणनीतिये ट्रेनिंग सर्वशिक्षा अभियान के अंतर्गत बालिका नवाचार योजना के तहत दी जाएगी। इसके लिए बीएसए आफिस में बैठक कर रणनीति बनाई गई। जिसमें योजना के लिए बनी समिति के अध्यक्ष डायट प्राचार्य, सचिव बीएसए, जिला क्रीड़ा अधिकारी, जिला व्यायाम अधिकारी व जिला समन्वयक बालिका शिक्षा उपस्थित रहे। बीएसए ने बताया कि ट्रेनिंग दो महीने तक दी जाएगी। इस ट्रेनिंग के लिए जूडो-कराटे व ताइक्वांडो के ट्रेनर्स मुहैया कराने के लिए रजिस्टर्ड एनजीओ से आवेदन मांगे गए है। इस ट्रेनर्स को भ् हजार रुपये मानदेय के रुप में दिये जाएंगे।
ट्रेनिंग में लड़कियां पहनेंगी स्पेशल यूनिफार्म सूत्रों से मिली जानकारी के आधार पर इस ट्रेनिंग के लिए छात्राओं को यूनिफार्म भी प्रोवाइड कराई जाएगी। इसके लिए प्रति छात्रा फ्00 रुपये शासन स्तर से हेडमास्टर के खाते में भेजा जाएगा। इसके अलावा ट्रेनर्स को दिये जाने के लिए शासन से म् लाख रुपये की ग्रांट आ चुकी है।