रिटेल शॉप के अंदर बना रखे हैं गोदाम, किसी ने नहीं मेंटेन किया रजिस्टर

फायर एक्सटिंग्यूसर हैं लेकिन किसी में हवा तो किसी में मिश्रण में मिलावट

BAREILLY: सिटी की सौ फुटा रोड पर आजकल बारूद के ढेर सजे हुए हैं। एक भी चूक हुई और यहां आग की लपटें सबकुछ जला कर राख कर देंगी। ये बारूद के ढेर उन पटाखों की दुकानों की 'देन' हैं जोकि नियम और शर्तो की खिल्ली उड़ाकर दीपावली को 'रोशन' करने का वादा कर रहे हैं। रिटेल पटाखा दुकानदारों का ये खेल संडे को प्रशासन की तरफ से की गई चेकिंग में सामने आया। चेकिंग के दौरान दुकानों में कई खामियां मिलीं। एक तरफ रूल्स के परे सिटी के अंदर ही रिटेल शॉप में गोदाम खोल गए थे तो फायर सेफ्टी के इंतजाम भी महज दिखावा साबित हुए। लेकिन इन सारी कमियों के बावजूद प्रशासन, फायर और पुलिस अधिकारियों की टीम ने सभी को सिर्फ चेतावनी देकर अभियान पूरा कर लिया। ऐसे में आपकी दीपावली कैसे सेफ और हैप्पी होगीबताना मुि1श्कल है।

क्या बिना चेकिंग के देते हैं लाइसेंस

संडे दोपहर एडीएम सिटी आरपी सिंह, सीएफओ विवेक शर्मा, सीओ थर्ड धर्म सिंह मार्छाल टीम लेकर सौ फुटा पर चेकिंग के लिए पहुंचे। टीम ने पाया कि दुकानदारों ने लाइसेंस तो लिए हैं लेकिन स्टॉक को रजिस्टर में मेंटेन नहीं किया है। इससे साफ है कि दुकानदारों ने लाइसेंस से ज्यादा स्टॉक रखा हुआ है। कई दुकानदारों ने दुकान के पीछे गोडाउन भी बना रखे थे। जबकि सिटी के अंदर गोडाउन नहीं होना चाहिए। कई दुकानों पर पटाखों के बंद बड़े पैकेट भी रखे हुए थे, जबकि इन्हें खोलकर रखना चाहिए। इसके अलावा कई पटाखों के पैकेट पर पटाखों में यूज की गई बारुद का वेट लिखा होना चाहिए लेकिन ऐसा नहीं था, जिससे पता चला कि कई पटाखे नकली कंपनी के हैं।

फायर एक्सटिंग्यूसर में सिर्फ हवा

पटाखों की दुकानों पर फायर सेफ्टी के पूरे इंतजाम होने चाहिए। इसके तहत पानी की बाल्टियां, रेत और फायर एक्सटिंग्यूसर होना जरूरी है। चेकिंग के दौरान इन दुकानों पर फायर तो मिले लेकिन एक्सटिंग्यूसर सही से रिफिल ही नहीं थे। एक्सटिंग्यूसर में क्या रिफिल किया गया, इसका भी कोई प्रमाण नहीं था। फायर एक्सटिंग्यूसर को जब चलाकर देखा गया तो किसी में सिर्फ हवा थी तो किसी में मिले पाउडर में भी खेल था। कई दुकानदारों ने फायर एक्सटिंग्यूसर की रिफिलिंग की रसीद दिखायी, लेकिन इसमें भी साफ नहीं लिखा था कि रिफिल क्या किया गया है। एडीएम सिटी ने एक्सटिंग्यूसर रिफिल करने वाली कंपनी शिव इंटरप्राइजेज को नोटिस भेजने का आदेश दिया है। फायर डिपार्टमेंट की मानें तो फायर एक्सटिंग्यूसर में co2 और no2 गैस होनी चाहिए। फायर एक्सटिंग्यूसर एबीसी रेटिंग का होना चाहिए।

चेतावनी देकर छोड़ा

लक्ष्मी ट्रेडर्स शॉप पर जब फायर एक्सटिंग्यूसर चलाकर देखा गया तो उसमें सिर्फ बोरिक पाउडर मिला था और पूरा एक्सटिंग्यूसर आधा मिनट से पहले ही खाली हो गया। सनी भाई पटाखे वाली शॉप पर रखे फायर एक्टिंग्यूसर में सिर्फ हवा भरी हुई थी। बंटी पटाखे वाले ने मना करने के बावजूद सीएफएल लगा रखी थी। नरेंद्र भाई पटाखा वालों ने तो अंदर बड़ा सा गोदाम बना रखा था। एडीएम सिटी ने इसे सीज करने की पूरी तैयारी कर ली लेकिन काफी देर हाथ जोड़ने और माफी मांगने के बाद दुकानदार को एक घंटे के अंदर गोदाम खाली करने का आदेश देकर छोड़ दिया। उसके बाद सामने ही सरदार पटाखे वालों की दुकान पर भी गोदाम बना हुआ था और फायर एक्टिंग्यूसर खराब था। यहां भी एक घंटे का टाइम देकर छोड़ दिया गया। इसके अलावा भी अन्य दुकानदारों को एक दिन का टाइम देकर सारी नियम और शर्ते फालो करने के निर्देश दिए हैं। मिनी बाइपास पर भी दुकानों में टीम ने चेकिंग की।

दीपावली से पहले सौ फुटा रोड पर पटाखों की दुकानों में चेकिंग की गई। ज्यादातर दुकानों में स्टॉक रजिस्टर सही नहीं मिला। सभी को चेतावनी देकर सभी नियम शर्तो काे फॉलो करने के निर्देश दिए हैं।

आर पी सिंह, एडीएम सिटी

पटाखों की दुकानों में फायर सेफ्टी के प्रॉपर इंतजाम होने चाहिए। लेकिन चेकिंग के दौरान ज्यादातर दुकानों पर रखे फायर एक्सटिंग्यूसर में खामियां मिली हैं।

-विवेक शर्मा, चीफ फायर आफिसर

Posted By: Inextlive