समाधान के लिए पुलिसकर्मी करते रहें इंतजार
-पहले दिन समाधान दिवस में खाली पड़ी रहीं कुर्सियां
-जो पहुंचे उनमें भी सबसे ज्यादा जमीन के मामले BAREILLY: इसे पब्लिक का पुलिस से उठता भरोसा कहें या फिर डिपार्टमेंट के प्रचार का अभाव। हम बात कर रहे हैं शासन के निर्देश पर सैटरडे को थानों में आयोजित होने वाले समाधान दिवस की। अधिकांश थानों में कुर्सियां खाली पड़ी रहीं और अधिकारी फरियादियों का वेट करते रहे। कमिश्नर, डीआईजी, डीएम व एसएसपी ने थानों में जाकर समाधान दिवस की चेकिंग भी की। बारादरी थाना में एसआई धर्मेद्र मोहन संधू को डीआईजी ने काम में लापरवाही बरतने पर जमकर फटकार लगाई। समाधान दिवस में ज्यादातर मामले जमीन व परिवारिक कलह से जुड़े हुए पहुंचे। मंत्री जी से शिकायत की दे दी धमकीदोपहर करीब पौने क्ख् बजे नेकपुर के हरीश शिकायत लेकर थाना सुभाषनगर पहुंचे। उनका आरोप था कि दबंग ने उनकी फ्क्म् गज जमीन पर कब्जा कर लिया है। शिकायत करने पर पुलिस ने दोनों का काम रुकवा दिया। वहीं मुन्नी देवी की भी कुछ यही प्रॉब्लम थी। उनका आरोप था कि दंबंगों ने उनके नाबालिग भतीजे से जबरन बैनामा करा लिया था। एक महिला की एसएचओ व एसीएम से बहस हो गई। महिला कह रही थी कि उसके पति का ससुर की जमीन में हिस्सा बनता है, लेकिन ससुर बेटे को जमीन नहीं देना चाहते। नाराज महिला मंत्री जी से शिकायत करने की धमकी देकर वहां से चली गई।
प्रेमनगर में सिर्फ एक फरियादी करीब एक बजे कोतवाली थाने में फरियादियों के लिए लगाई गई कुर्सियां खाली पड़ी थीं। यहां म् लोग सुबह के वक्त शिकायतें लेकर पहुंचे थे। कुछ यही हाल प्रेमनगर थाने का रहा । यहां सिर्फ एक शिकायतकर्ता पहुंचा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि पहली बार समाधान दिवस का आयोजन किया गया था, जानकारी न होने के कारण कम लोग ही आए। थाना दिवस प्रत्येक माह के प्रथम व तृतीय शनिवार को आयोजित होगा।