24 घंटे पहले ही नाइट कफ्र्यू की अफवाह, खाली हुए ढाबे-होटल
- थर्सडे को घोषित किया गया था नाइट कर्फ्यू, पहले ही अफवाह उड़ने के बाद अव्यवस्थित हुआ कारोबार
- दिन ढलते ही खाली होने लगे ढाबे और होटल, परेशान रहे संचालक व अन्य दुकानदार बरेली। चुनावी सरगर्मी के बीच लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के चलते शासन के आदेश के बाद थर्सडे रात जिले में नाईट कफ्र्यू का ऐलान कर दिया गया। जोकि फ्राइडे रात से प्रभावी रूप से लागू किया जाना था, लेकिन खुराफातियों ने थर्सडे रात ही नाइट कफ्र्यू लगने की अफवाह उड़ाकर शहर में भय का माहौल पैदा कर दिया। इसके चलते थर्सडे को दिन ढलने से पहले ही शहर के ढाबे व होटल खाली होने लगे। कारोबारियों को इस कारण खासा नुकसान झेलना पड़ा। वहीं देर रात तक ट्रांसपोर्ट व अन्य कारणों के चलते चालू रहने वाले प्रतिष्ठानों पर भी सन्नाटा पसर गया। सड़कों पर पसर गया सन्नाटाथर्सडे को नाइट कफ्र्यू की घोषणा होने के बाद ही देर शाम शहर की सड़कों पर सन्नाटा पसर गया। श्यामगंज, कालीबाड़ी, सिविल लाइंस, राजेंद्र नगर व अन्य इलाकों में जहां देर रात तक चहल-पहल रहती थी, वहां भी दुकानों पर सन्नाटा पसर गया। वहीं अधिकतर दुकानदार देर शाम ही दुकानें बंद करके निकल गए। ऐसे में देर रात तक ही शहर में कफ्र्यू जैसे हालत बन गए थे। इसके चलते देर रात तक कारोबार करने वाले लोगों को भी काफी नुकसान झेलना पड़ा।
फेंकना पड़ा खाना, बर्बाद हुआ सामान थर्सडे रात ही नाईट कफ्र्यू लगने की अफवाह उड़ने के बाद शहर में हाईवे व अन्य स्थानों पर सड़क किनारे बने होटलों व ढाबों में सन्नाटा पसर गया। देर रात काम करके लौटने वाले लोग भी सीधे अपने घरों को लौट गए। इसके चलते ढाबों पर की गई तैयारियां धरी रह गईं और संचालकों को बना बनाया खाना व अन्य सामान फेंकना पड़ा। रोजमर्रा के दौरान अक्सर ढाबा संचालक रात का खाना व अन्य सामान तैयार करके रख लेते हैं, फिर ऑर्डर के मुताबिक उन्हें सर्व किया जाता है। लेकिन थर्सडे को बनाया हुआ सारा सामान अफवाह उड़ने के चलते देर रात तक बचा रहा और फिर इस्तेमाल न होने पर फेंकना पड़ गया। लोगों की बात थर्सडे से ही नाइट कफ्र्यू लगने की अफवाह उड़ गई। ऐसे में रोजाना आने वाले ग्राहक भी नहीं पहुंचे। इसके कारण बना हुआ अधिकतर खाना खराब हो गया और फिर फेंकना पड़ा। प्रशासन को सूचनाओं के प्रसार के लिए बेहतर माध्यम ढूंढने की जरूरत है। - विक्की, होटल संचालकदेर रात तक दुकान पर रहने वाली भीड़ थर्सडे रात नहीं नजर आई। इलाके में थर्सडे रात से ही नाइट कफ्र्यू लगने की अफवाह उड़ा दी गई। इसके चलते कारोबार में भी काफी नुकसान झेलना पड़ा। नौ बजे से पहले ही इलाके में सन्नाटा पसर गया था।
- इरफान, कनफेक्शनरी मालिक