गाइड और स्टूडेंट ही ला सकते हैं रिसर्च में क्वालिटी
सुधार का खाका तैयार कर कड़ाई से इम्प्लीमेंट भी करना होगा
> BAREILLY: आरयू के ब्0वें फाउंडेशन डे के समारोह के अंतिम दिन भी रिसर्च की गिरती क्वालिटी को लेकर माहौल गर्माया रहा। आगरा यूनिवर्सिटी के पूर्व वीसी प्रो। केएन त्रिपाठी ने इस पर गहन चिंता जताते हुए कहा कि वर्तमान में इस पर ईमानदारी से गौर करना होगा। रिसर्च की गिरती क्वालिटी को न केवल थामना होगा बल्कि उसमें कैसे सुधार लाया जाए उसका खाका तैयार कर कड़ाई से इम्प्लीमेंट भी करना होगा। उन्होंने बताया कि इसकी जिम्मेदारी गाइड और स्टूडेंट दोनों पर है। कॉपी-पेस्ट वाली रिसर्च पद्धति से बाहर आना होगा। दोनों की यह जिम्मेदारी होगी कि वे इसकी क्वालिटी को बढ़ाने के लिए अपने-अपने काम में परफेक्शन लाएं। एक दूसरे पर न छोड़ें। प्रो। त्रिपाठी समारोह में बतौर चीफ गेस्ट मौजूद थे। उन्होंने हायर एजूकेशन इंडिया टॉपिक पर अपना स्पेशल लेक्चर दिया। सम्मानित किए गए प्लेयर्सइससे पहले प्रो। त्रिपाठी, आरयू के वीसी प्रो। मुशाहिद हुसैन, प्रोवीसी प्रो। वीपी सिंह, प्रो। एके सिन्हा ने समारोह का इनॉग्रेशन किया। प्रो। एके सिन्हा ने महात्मा ज्योतिबा फुले के जीवन पर प्रकाश डाला। इसके बाद साल भर हुए गेम्स में यूनिवर्सिटी के प्लेयर्स को मेडल और सर्टिफिकेट दिया गया। इसके साथ ही फाउंडेशन डे के ऑकेजन पर हुए इंटर फैकल्टी मैचेज की विनर्स टीम को भी सम्मानित किया गया। इसमें कर्मचारियों, टीचर्स के बीच विभिन्न स्पोर्ट्स इवेंट हुए। मंडे को यूनिवर्सिटी में अवकाश की घोषणा की गई है। इस ऑकेजन पर सभी टीचर्स मौजूद रहे।