स्कीम में कंफ्यूजन स्टूडेंट्स का उड़ा फ्यूज
- ऑनलाइन फॉर्म में जो सिक्वेंस भरा था, स्कीम में पूरी तरह बदल गया
- स्टूडेंट्स कंफ्यूजन में, पेपर सिक्वेंस से तैयारी करें या फिर सब्जेक्ट्स के अनुसार BAREILLY: आरयू की मेन एग्जाम्स की स्कीम को लेकर कंफ्यूजन पैदा हो गया है। एग्जाम फॉर्म में स्टूडेंट्स ने जो डिटेल भरी थी, स्कीम इससे काफी इतर है। पेपर और उसके सब्जेक्ट्स के नामों में काफी डिफ्रेंस है। अब स्टूडेंट्स को यह समझ में नहीं आ रहा है कि वे पेपर के सीरियल नम्बर से तैयारी करें या फिर सब्जेक्ट के नाम के अनुसार। पेपर स्कीम को लेकर उभरे कंफ्यूजन से स्टूडेंट्स का फ्यूज उड़ गया है। फिलहाल स्टूडेंट्स सब्जेक्ट्स के नाम के अनुसार अपनी तैयारी में जुटे हुए हैं। एमकॉम फर्स्ट ईयर का है मामलाएमकॉम फर्स्ट ईयर के एग्जाम के लिए जो स्कीम जारी की उसमें सभी पेपर व सब्जेक्ट्स के नाम एग्जाम फॉर्म में भरे गए डिटेल्स से जुदा है। आरयू के यूजी के मेन एग्जाम्स 9 से और पीजी के क्0 मार्च से स्टार्ट हो रहे हैं। एमकॉम के स्टूडेंट और कॉमर्स डिपार्टमेंट के पूर्व प्रेसीडेंट फैज मोहम्मद ने बताया कि उन्होंने ऑनलाइन फॉर्म में पेपर के सिक्वेंस के अनुसार सब्जेक्ट भरा था। ऑनलाइन फॉर्म में ही वह सिक्वेंस दिया था। लेकिन एग्जाम की स्कीम में सिक्वेंस पूरी तरह से चेंज है। जो सब्जेक्ट पेपर फर्स्ट के आगे लिखा हुआ था स्कीम में वह सब्जेक्ट दूसरे पेपर के आगे लिखा हुआ है।
सभी सिक्वेंस बदले हुए हैं एग्जाम स्कीम में सभी पेपर के सिक्वेंस बदल दिए गए हैं। फैज ने बताया कि एग्जाम की डेट्स भी पेपर के सिक्वेंस के अनुसार होता है। लेकिन स्कीम में सिक्वेंस बदल दिया गया है। जो सब्जेक्ट लास्ट पेपर में था वह फर्स्ट पेपर में डाल दिया है। जिससे कंफ्यूजन पैदा हो गया है। वे समझ नहीं पा रहे हैं कि पेपर सिक्वेंस के अनुसार तैयारी करें या फिर सब्जेक्ट के अनुसार। ऑनलाइन एग्जाम फॉर्म भरते समय पेपर फर्स्ट ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, पेपर टू स्टैटिस्टिकल एनेलाइसिस, पेपर थ्री अकाउंट फॉर मैनेजीरियल डिसीजंस, पेपर फोर मार्केटिंग मैनेजमेंट, पेपर फाइव मैनेजमेंट कंसेप्ट्स एंड बिहेवियर और पेपर सिक्स इंडियन इकोनोमिक्स था। जबकि एग्जाम स्कीम में पेपर फर्स्ट मैनेजमेंट कंसेप्ट्स एंड बिहेवियर, पेपर टू इंडियन इकोनॉमिक्स, पेपर थ्री ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, पेपर फोर स्टैटिस्टिकल एनेलाइसिस, पेपर फाइव अकाउंट फॉर मैनेजीरियल डिसिजंस और पेपर सिक्स मार्केटिंग मैनेजमेंट हो गया है।