यूनिवर्सिटी की गड़बडि़यों की सजा स्टूडेंट्स ने भुगता
-- पहले ही दिन आरयू ने मचा दी अफरातफरी
-- पहली बार ओएमआर शीट की व्यवस्था लागू BAREILLY: लगता है आरयू का गलतियों से गहरा संबंध है। इसका नतीजा है कि आरयू का मेन एग्जाम बिना किसी अव्यवस्था के निपट जाए यह हो ही नहीं सकता। नए वीसी ने कमान संभालने के बाद एग्जाम को एरर फ्री कंडक्ट कराना बड़ी चुनौती बताया था। मेन एग्जाम के पहले ही दिन व्यवस्था दुरुस्त करने के आरयू के दावों की कलई खुल गई। यूनिवर्सिटी की गड़बडि़यों की वजह से कॉलेजेज में पहले दिन अफरातफरी मची। वहीं एडमिट कार्ड और रोल नम्बर ना होने की वजह से कइयों को एग्जाम से भी हाथ धोना पड़ा। आरयू ने रोल नम्बर अलॉट करने में खूब गड़बडि़यां की हैं। वहीं पहली बार ओएमआर शीट पर इंफॉर्मेशन फिल करने में स्टूडेंट्स ने भी भारी गड़बडि़यां कीं। प्राइवेट को दिए रेगुलर के रोल नम्बरयूनिवर्सिटी ने एडमिट कार्ड जारी करने में घोर लापरवाही बरती है। सुबह बीसीबी में जब स्टूडेंट्स एग्जाम देने आए तब आरयू के गड़बडि़यों की पोल खुली। इस वजह से स्टूडेंट्स के बीच अफरातफरी का माहौल रहा। एग्जाम देने आए करीब क्8 प्राइवेट स्टूडेंट्स को आरयू ने रेगुलर स्टूडेंट्स के रोल नम्बर अलॉट कर दिए। यही नहीं थर्ड ईयर के कई स्टूडेंट्स को सेकेंड ईयर के रोल नम्बर अलॉट कर दिए गए। बीसीबी ने इन स्टूडेंट्स का अलग से व्यवस्था कर एग्जाम दिलाया। एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट ने बताया कि इसकी रिपोर्ट यूनिवर्सिटी को भेजी जाएगी।
एग्जाम्स से वंचित रहे स्टूडेंट्स एडमिट कार्ड ना मिलने की वजह से सैकड़ों स्टूडेंट्स एग्जाम नहीं दे पाए। यूनिवर्सिटी ने हजारों की संख्या में स्टूडेंट्स के एग्जाम फॉर्म में आपत्तियां लगाकर एडमिट कार्ड रोक दिया। इनका रोल नम्बर भी जारी नहीं किया गया। इसका पता स्टूडेंट्स को तब चला जब उनका एडमिट नहीं आया। इस बाबत आरयू ने स्टूडेंट्स को इंफॉर्मेशन भी नहीं दी। एग्जाम के पहले दिन तक स्टूडेंट्स रोल नम्बर के लिए भटकते रहे। बिना रोल नम्बर दिया एग्जाम एक तरफ जहां सैकड़ों स्टूडेंट्स की परीक्षा छूटी तो वहीं दूसरी तरफ बीसीबी में जितने भी स्टूडेंट्स बिना एडमिट कार्ड और रोल नम्बर के पहुंचे उनका एग्जाम दिलाया गया। कॉलेज ने अपनी अंडरटेकिंग पर एग्जाम दिलाया। ऐसे स्टूडेंट्स की संख्या काफी थी। आनन-फानन में इनके लिए अलग से व्यवस्था की गई। एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट के मुताबिक छात्र हित में ऐसा किया और इसकी रिपोर्ट यूनिवर्सिटी को भेज दी जाएगी। बाद में स्टूडेंट्स अपना फॉर्म सही कराकर रोल नम्बर रिलीज कराएंगे।एग्जाम के दिन भी फॉर्म भरते रहे स्टूडेंट्स
इस बार तो आरयू की अव्यवस्था ने तो हद ही कर दी। एग्जाम के दिन भी स्टूडेंट्स फॉर्म भरने के लिए जूझते रहे। ये वे स्टूडेंट्स थे, जिनको रोल नम्बर अलॉट नहीं किया गया। जब आरयू से बात नहीं बनी तो स्टूडेंट्स को मजबूरी में भ्,000 रुपए लेट फीस के साथ फॉर्म जमा करना पड़ा। ओएमआर शीट को लेकर गफलत मेन एग्जाम्स में पहली बार ओएमआर शीट की व्यवस्था लागू की गई। इसको फिल करने में कई स्टूडेंट्स ने गड़बडि़यां कीं। हालांकि इनविजिलेटर्स ने उन्हें इंस्ट्रक्शंस दे दिए थे। बॉक्स में पेन से लिखना और सर्किल को पेंसिल से भरना था, लेकिन अधिकांश स्टूडेंट्स पेंसिल लेकर नहीं आए थे। उन्होंने पेन से ही सर्किल भरा। सर्किल भरने में कई स्टूडेंट्स ने गलत इंफॉर्मेशन दी है।