10 नहीं 13 बदमाश निकले थे घिनौनी वारदात को अंजाम देने
10 नहीं 13 बदमाश निकले थे घिनौनी वारदात को अंजाम देने
पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले तीन बदमाशों को पकड़ा, बाकी की तलाश जारी रास्ते से तीन बदमाशों ने काट लिया था अपना रास्ता अभी भी हॉस्पिटल में दर्द सह रही है पीडि़ताBAREILLY: उमरसिया गांव में गैंगरेप की घिनौनी वारदात को एक नहीं बल्कि क्फ् वहशी दरिंदों ने प्लान किया था। हालांकि तीन दरिंदों ने बाद में मौके पर जाने से इंकार कर दिया था। दरिंदों ने महिला और उसके पति व बेटे के साथ हैवानियत की सारी हदें पार कर दी थीं। वारदात को शराब के नशे में अंजाम दिया गया था। पुलिस ने वारदात के आरोपियों के बारे में पता लगा लिया है। पुलिस ने इस मामले में तीन बदमाशों को पकड़ भी लिया है और बाकी की तलाश जारी है। पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। सभी आरोपी उमरसिया गांव के आसपास बसे हिस्ट्रीशीटरों के गांवों बभिया, मिर्जापुर व मांझी के हैं। हालांकि पुलिस अभी आरोपियों के नाम खुलकर नहीं बता रही है।
सर्च अभियान से िमला फायदापुलिस का बभिया व मिर्जापुर में चलाया गया सर्च अभियान कामयाब होता दिख रहा है। पुलिस ने इन गावों से करीब एक दर्जन लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। इन्हीं लोगों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने मांझी के बदमाश सत्यवीर को उठा लिया। पुलिस ने जब सत्यवीर से कड़ाई से पूछताछ की तो उसने वारदात में शामिल सभी बदमाशों ने नाम उगल दिए। पुलिस ने उसके बताए नाम के आधार पर बभिया से बंटी राठौर और मिर्जापुर से एक बदमाश को पकड़ा है। बदमाशों की तलाश जारी है।
उमरसिया में पी थी शराब पुलिस जांच में सामने आया कि बदमाशों में कच्ची शराब बभिया व मिर्जापुर में ना पीकर उमरसिया गांव में ही थी, जबकि पीडि़ता भी उमरसिया गांव की रहने वाली है। इससे आशंका है कि वारदात में कोई उमरसिया का शख्स भी शामिल हो। यहां से कुछ दूरी पर ही पीडि़ता ने अपने पति व बेटे के साथ खेत से सिंचाई कर इंजन लेकर वापस घर लौट रहे थे। पुलिस की अभी तक की जांच में आया है कि महिला के साथ रेप की वारदात को ख्-फ् बदमाशों ने ही अंजाम दिया था लेकिन बाकी बदमाशों ने सभी को बंधक बनाकर लूटपाट की थी। फिलहाल पुलिस अभी अन्य आरोपियों की तलाश कर रही है जिसके बाद ही सारे घटनाक्रम से परदा उठ सकेगा। -------------अब पकर के का फायदो
बभिया चौकी इंचार्ज समेत भ् पुलिसकर्मी अपने सस्पेंशन को गलत बता रहे हैं। उनका कहना है कि मामला हलका नंबर फ् का है। उनके एरिया में नहीं आता है। फ्राइडे दोपहर सभी एसएसपी ऑफिस भी पहुंचे, लेकिन फिर वहां से निकल गए। एसएसपी का कहना है कि इन पुलिसकर्मियों को रेप कांड में सस्पेंड नहीं किया गया है बल्कि उन्हें एरिया में कच्ची शराब की बिक्री होने, किसी भी वारदातों की सूचना न देने और कुछ दिनों पहले चौकी के पास ही बदमाशों के घूमने के चलते सस्पेंड किया गया है। वहीं सामने आया है कि दरोगा ने एसएसपी के सामने ही कह दिया था कि साहब क्या गोली खाकर मर जाएं। पुलिसकर्मी द्वारा ऐसी बात कहना एसएसपी को सही नहीं लगा। इसलिए सभी को सस्पेंड कर दिया है। वहीं उमरसिया गैंग रेप में दोषी पुलिसकर्मियों के बारे में भी पता लगाया जा रहा है। इस मामले में इंस्पेक्टर से लेकर अन्य पुलिसकर्मियों पर गाज गिरना तय है।गैंग रेप की पीडि़ता डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है। वह कहती है कि जो कछु होना तो वो हो गयो, अब पकर के का फायदो। पुलिस चाहे जिसे पकड़ ले, लेकिन वह उसे पहचान नहीं सकती है। क्योंकि उसकी आंखों पर तो पट्टी बंधी हुई थी। आवाज से भी कैसे पहचानेंगे। क्योंकि सभी तो गंदी-गंदी गालियां दे रहे थे। अभी वह कुछ ज्यादा बोलने की स्थिति में नहीं है। पीडि़ता ने बताया कि विरोध करने पर बदमाशों ने उसकी आंखों में जमकर घूंसे बरसाए, जिससे उसकी आंखें अब भी सूजी हुई। ज्यादा पूछने पर वो अपने पति से बात करने के लिए कह देती है।
बदमाश को नहीं पहचान सकतेमहिला के पति से भी जब पूछा गया तो उसने भी बदमाशों के पकड़े जाने पर यही कहा कि वो बदमाशों को पहचान नहीं सकते। क्योंकि बदमाशों ने आंखों पर टार्च मारने के बाद तुरंत सभी की आंखों पर गमछे से बांध दिए थे। पहले उन्होंने समझा कि कोई गाड़ी आयी है, जिससे उन्होंने इंजन भी साइड से कर लिया था, लेकिन अचानक 8 से क्0 बदमाश आए और उनके कंधों पर डंडे बरसाने लगे। फिर उन्होंने उनके व बेटे के हाथ पीछे बांध दिए और चेहरा जमीन की ओर करके कंधे पर पैर रखकर बैठ गए। वो जरा भी हिलते तो बदमाश उन पर डंडे बरसाते।
एडीएम सिटी भी पहुंचे हाल जानने महिला के पति ने बताया हॉस्पिटल में सही इलाज भी नहीं मिल रहा है। महिला का हाल जानने के लिए एडीएम सिटी भी डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंचे। एडीएम सिटी ने महिला व उसके पति से उसके इलाज के बारे में भी पूछताछ की। गैंगरेप पर राजनीति शुरू हुई उमरसिया गैंग रेप पर भी राजनीति शुरू हो गई है। थर्सडे को भाजपा नेताओं की एसएसपी से मुलाकात के बाद फ्राइडे को बसपा भी इस मुद्दे को भुनाने के लिए डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल पहुंच गई। बसपा नेताओं ने महिला को हर संभव मदद कर मामला बसपा सुप्रीमो मायावती तक पहुंचाने की बात कही। यही नहीं सभी उमरसिया गांव व घटनास्थल पर भी पहुंचे और आरोपियों की गिरफ्तारी ना होने पर आमरण अनशन की बात कही। हमें तो गलत सस्पेंड किया गया