14 करोड़ का रोड कंस्ट्रक्शन ठप
निगम में टेंडर के लिए बजट जारी न होने से ठेकेदार नाराज
रोक दिए सड़क से जुड़े काम, महज 30 परसेंट काम ही पूरा BAREILLY: शहर की सड़कों को सुधारने और उन्हें नए सिरे से बनाने की कवायद वेडनसडे को दम तोड़ गई। नगर निगम के तहत टेंडर लेकर काम करने वाले करीब दो दर्जन ठेकेदारों ने 14 करोड़ की लागत से हो रहे रोड कंस्ट्रक्शन का काम ठप कर दिया है। रोड कंस्ट्रक्शन के लिए निगम की ओर से टेंडर की बजट राशि जारी न किए जाने से ठेकेदारों में नाराजगी है। भड़के ठेकेदारों ने वेडनसडे को निगम में आकर अपना विरोध जताया। साथ ही टेंडर की अगली राशि जारी होने तक रोड कंस्ट्रक्शन के काम शुरू न करने की चेतावनी दी है। एक तिहाई काम ही पूरानिगम में शहरी सड़कों की हालत सुधारने के लिए 14 करोड़ रुपए के टेंडर को मंजूरी दी गई थी। इनसे शहर के अलग अलग हिस्सों में सीसी टाइल्स समेत सीसी रोड का काम पूरा होना था। इसके लिए ठेकेदारों को बजट की पहली किश्त के तौर पर 4.50 करोड़ रुपए भी जारी कर दिए गए, जिनसे तमाम सड़कों के कंस्ट्रक्शन का काम शुरू हुआ। ठेकेदारों का कहना है कि बजट से एक तिहाई काम पूरा होने के बाद नई किश्त की डिमांड की जा रही थी। पिछले 20 दिनों से डिमांड पूरी न होने पर ही मजबूरन काम ठप करना पड़ा।
यहां road construction ठप शास्त्री नगर में क्भ् लाख रुपए बजट से सीसी टाइल्स, रोली टोला में क्फ्.फ्क् लाख रुपए से सीसी टाइल्स, इंदिरा नगर डी ब्लॉक में क्भ् लाख से सीसी टाइल्स का कंस्ट्रक्शन, मोहल्ला चाहबाई में पार्षद निवास के सामने क्ख्.ख्ब् लाख से सीसी टाइल्स, आजमनगर में 9 लाख से सीसी रोड, महेन्द्र नगर हॉस्पिटल में 8.ख्म् लाख से सीसी टाइल्स, मोहल्ला लोधी टोला में क्भ् लाख से सीसी रोड और क्ख् लाख की लागत से आईवीआरआई से बांके बिहारी मंदिर को जाने वाली रोड का कंस्ट्रक्शन ठप हुआ। ठेकेदारों की ओर से बनाई गई रोड की क्वालिटी परखी जानी है। रोड कंस्ट्रक्शन में क्वालिटी जांचे जाने के बाद ही ठेकेदारों को उनके बजट की राशि जारी की जाएगी। इसमें कुछ दिन का समय लगेगा। - उमेश प्रताप सिंह, नगर आयुक्त ठेकेदारों में हाथपाईनगर निगम में अधिकारियों, पार्षदों व कर्मचारियों के भिड़ने के विवाद खत्म भी नहीं हुए कि इसमें ठेकेदारों की कड़ी भी जुड़ गई। निगम में निर्माण विभाग के बाहर दोपहर ख् बजे ठेकेदारों का आपस में ही विवाद हो गया। एक्सईएन के कमरे के बाहर टेंडर को लेकर फरीदपुर और बरेली के ठेकेदारों की आपस में तीखी बहस हो गई। इसके बाद दोनों ओर के ठेकेदारों में हाथापाई शुरू हो गई। मौके पर पहुंचे एक्सईएन के बीच बचाव के बाद मामले को शांत कराया जा सका। टेंडर में बरते जा रहे भेदभाव से नाराज बरेली के ठेकेदारों का आरोप है कि एक ओर तो उनके काम की क्वालिटी परखी जा रही है। वहीं दूसरी ओर टेंडर में फरीदपुर के ठेकेदारों को जानबूझ कर अहमियत देकर माहौल खराब किया जा रहा है।