- दो दिनों से बिथरी चैनपुर क्षेत्र में दुकानदारों व अन्य लोगों से कर रहा था वसूली

- परेशान दुकानदारों ने पुलिस से की शिकायत तो शुरू की गई छानबीन

बरेली। कोविड प्रोटोकॉल के नाम पर सिर्फ अस्पतालों व फार्मेसी वालों ने ही लोगों का शोषण नहीं किया, बल्कि कई अन्य पेशे के लोगों ने इस आपदा को जमकर अवसर में बदला। ऐसा ही एक मामला ट्यूजडे को बिथरी चैनपुर क्षेत्र से सामने आया, जहां कोविड प्रोटोकॉल के नाम पर एक रिटायर्ड सैन्यकर्मी को पुलिस ने दुकानदारों व अन्य लोगों से वसूली करते दबोच लिया। आरोपी पिछले दो दिनों से इलाके में एक चोरी की कार से घूम-घूम कर दुकानदारों को मास्क ना लगाने और कोविड नियमों का पालन ना करने के नाम पर धमका रहा था। वह अब तक हजारों की उगाही कर चुका है। शिकायत पर पुलिस ने छानबीन की तो ठग को दबोच लिया गया। कार्रवाई के बाद पुलिस अब उसके अन्य साथियों की तलाश में जुटी है। इससे पहले भी जिले में पुलिस के नाम पर उगाही करने वाले लोग पकड़े जा चुके हैं।

वर्दी पहनकर घूमता था ठग

बिथरी पुलिस के मुताबिक दो दिन पहले रामगंगा चौकी क्षेत्र में डोहरा रोड पर एक व्यक्ति के वसूली करने की शिकायतें मिल रही थी। दुकानदारों का कहना था कि एक व्यक्ति खुद को दरोगा बताकर उन्हें कोविड नियमों का पालन करने के नाम पर धमकाता था। साथ ही कभी मास्क तो कभी सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर उनसे हजार या पांच सौ रुपये भी वसूल लेता था। साथ ही बताया कि वह खाकी पैंट, सफेद शर्ट और लाल जूते पहनकर घूमता था। वह एक ब्रीजा गाड़ी से आता है, जिस पर आगे और पीछे पुलिस के स्टीकर भी लगे हैं। सूचना मिलते ही थाना पुलिस ने इलाके में घेराबंदी शुरू कर दी थी। ट्यूजडे को पुलिस ने आरोपी को दबोच लिया। पूछताछ में उसने अपना नाम अलीगढ़ में अतरौली के थाना पाली मुकीमपुर के बनूपुरा निवासी लाखन सिंह बताया। जोकि हाल में बारादरी क्षेत्र की सनराइज कॉलोनी में रहता है। बताया कि वह एक रिटायर्ड सैन्यकर्मी है।

चोरी की निकली गाड़ी

पुलिस ने जब घेराबंदी कर आरोप को दबोचा तो वह पुलिस के देख सकपका गया। फिर गाड़ी छोड़कर उसने भागने की भी कोशिश की। पुलिस के मुताबिक शिकायत मिलने के बाद से ही मौके पर एक होमगार्ड तैनात कर दिया था, जिसने ट्यूजडे दोपहर ठग के वहां होने की सूचना दी थी। इसके बाद ठग को पकड़कर थाने ले जाया गया। छानबीन में सामने आया कि जिस गाड़ी को फर्जी दरोगा बनकर ठग इस्तेमाल कर रहा था, वह दरअसल नोएडा से चोरी की गई है। पुलिस अब उसके मालिक की तलाश कर रही है। वहीं गाड़ी में मिले सभी दस्तावेज भी फर्जी निकले। पुलिस अब ठग के गिरोह के अन्य बदमाशों को ढूंढने में जुटी है।

नीली बत्ती लगाकर करता था चेकिंग

पूछताछ में सामने आया कि ठग पिछले काफी समय से ऐसे ही जगह-जगह दरोगा बनकर जाता था और चेकिंग के नाम पर लोगों से हजारों रुपये वसूल लेता था। बिथरी में भी उसने एक खोखे वाले और एक दुकानदार से मास्क ना लगाने के नाम पर पांच-पांच सौ रुपये वसूल लिए थे। अन्य लोगों ने भी उनके साथ वसूली किए जाने की शिकायत की है। पुलिस के मुताबिक आरोपी अपनी चोरी की गाड़ी पर नीली बत्ती लगाकर जगह-जगह चेकिंग करता था। उसके पास से फर्जी रजिस्ट्रेशन और नंबर प्लेट भी बरामद हुई हैं।

पहले भी सामने आ चुके हैं मामले

पुलिस के नाम पर उगाही होना कोई नई बात नहीं। पहले भी ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं। वहीं अक्सर सामने आता है कि अधिकतर वसूली करने वाले बदमाश पुलिस के ही मुखबिर होते हैं। पहले पुलिस की शह पर तो फिर पुलिस के नाम पर अपने लिए जगह-जगह उगाही करना शुरू कर देते हैं। कुछ दिन पहले बारादरी क्षेत्र की कांकर टोला चौकी पुलिस का एक मुखबिर बड़े के खिलाफ पुलिस के नाम पर अवैध वसूली करने की एक तहरीर सौंपी गई थी। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद उसे जेल भेज दिया गया था। वहीं बारादरी क्षेत्र के ही गंगापुर इलाके का रहने वाला चूहा नाम से जान जाने वाला पुलिस का एक मुखबिर भी एसओजी बनकर इलाके में उगाही करता पकड़ा गया था। हालांकि उससे साठगांठ कर पुलिस ने बाद में उसे छोड़ दिया था।

पिछले कुछ दिनों से अवैध वसूली की शिकायतें मिल रही थीं। छानबीन के बाद दरोगा बनकर वसूली करने वाले एक व्यक्ति को पकड़ा गया था। उसके पास से एक चोरी की कार भी मिली है। मामले में रिपोर्ट दर्ज की गई है। वहीं पूछताछ कर आरोपी के साथियों की भी तलाश की जाएगी।

- रोहित सिंह सजवाण, एसएसपी

Posted By: Inextlive