BAREIILY : बदलते मौसम में ब्रेन हैमरेज का बढ़ा खतरा
बरेली (ब्यूरो)। सर्दी का मौसम अब शुरू हो गया है। ऐसे में कम तापमान के कारण ब्रेन हैमरेज का खतरा बढ़ जाता है। इस मौसम में की गई थोड़ी सी लापरवाही भी जानलेवा साबित हो सकती है। ऐसे में सतर्क रहना बेहद जरूरी है। अक्सर इसके मामले 50 साल से अधिक उम्र वाले लोगों में देखने को मिलते हैं। हालांकि अब यह उम्र देखकर नहीं आता। इसकी शिकायत 30 से 35 साल से कम उम्र वाले लोगों में भी देखने को मिल रही है।
लापरवाही बड़ा कारणसर्दी में लापरवाही अधिकांश लोग बीपी में काफी उतार-चढ़ाव व ठंड में लापरवाही के कारण ब्रेन हैमरेज के शिकार होते हैं। आधा से ज्यादा मरीज एसी का तापमान कम होने से ठंड से पीडि़त होते हैं। सुबह के 4 बजे से 5 बजे के बीच मॉर्निंग वॉक के दौरान भी कई लोग इसका शिकार हो जाते हैं।
नसों में आई है सिकुडऩ
एक्सपट्र्स का कहना है कि कोरोना के बाइ इससे पीडि़त लोगों की नसों में सिकुडऩ की समस्या आई है। ऐसे में बीपी के मरीजों में हार्ट अटैक और ब्रेन हैमरेज का खतरा सामान्य लोगों की तुलना में कुछ ज्यादा रहता है। इस तरह के आने वाले केसेस में कोरोना से पीडि़त होने की भी बात सामने आ रही है।
पैरालाइसेस के चांसेस
सर्दी के मौसम में फेस पर सीधे ठंडी हवाएं लगती हैं, इससे भी बचना चाहिए क्योंकि चेहरे की नसों पर लगने वाली सर्द हवाएं भी नुकसान करती हैं। कान के पीछे की फसियन नर्व को नुकसान करती हैं, इससे पैरालाइसेस के चांसेस बढ़ जाते हैं।
ब्रेन स्ट्रोक के कारण
खराब खानपान
एक्सरसाइज न करना
लंबे-लंबे समय तक बैठे रहना
शरीर का अधिक वजन
स्मोकिंग और शराब का सेवन
पारिवारिक इतिहास
तनाव अधिक लेना
सिर में गंभीर चोट लगना
हाई बीपी
गर्भावस्था में एक्लंपसिया और इंट्रावेंट्रिकुलर ब्लीडिंग के कारण
चेहरा टेढ़ा होने लगना
शरीर के एक हाथ-पैर में ताकत कम होने लगना
हाथ ऊपर उठाने व चलने में परेशानी
शरीर का शिथिल होना
बोलने में कठिनाई
घबराहट के साथ सांस लेने की परेशानी होना
तेज सिरदर्द होना
एक तरफ चेहरे में सुन्नता महसूस करना
कमजोरी के साथ भ्रम की स्थिति में आ जाना
आंखों में धुंधलापन आना
जी मिचलाना या उल्टी होना
इन्हें है ज्यादा खतरा
डायबिटीज के मरीज
कोलेस्ट्राल से ग्रसित लोग
अनियंत्रित वजन वाले लोग
गर्भवती महिलाएं
गर्भ निरोधक, हार्मोंस की दवाओं का सेवन करने वाली महिलाएं
55 साल से अधिक वाले लोग
एनीमिया के रोगी
हाई बीपी के मरीज
तनाव से बचें
हाई ब्लडप्रेशर के मरीज नियमित दवाएं लें
अल्कोहल व धूमपान से बचें
योग, व्यायाम व प्राणायाम करें
सिरदर्द को गंभीरता से लें
सुबह टहलने जाएं
अच्छी तरह से गर्म कपड़े पहनें
माइग्रेन से ग्रसित हैं तो चिकित्सक से सलाह लें
शुगर को हमेशा कंट्रोल में रखें एक्सपर्ट बोले बरतें सावधानी
सर्दी के मौसम में ब्रेन स्ट्रोक का खतरा बढ़ा जाता है। इसका मेन कारण है कि सर्दी में नसें सिकुड़ जाती हैं। इससे बीपी बढ़ जाता है। इसमें आम लोगों का भी वीपी सामान्य से कुछ अधिक होता है। जो उम्र दराज लोग होते हैं, वो अपने अनुकूृल वातावरण को नहीं ढाल पाते हैं। उनका भी बीपी अधिक बढ़ जाता है क्योंकि उनकी नसें कमजोर होती हैं। इसलिए बीपी में वैरिएशन होता है और नसें लीक हो जाती हैं। कई लोग सर्दी में ठंडा पानी एक दम सिर के ऊपर नहाने के लिए डालते हैं तो इससे एकदम नसों में संकुचन होता है या फैलाव होता है, इससे भी नसें लीक कर जाती हैं इसलिए सावधानी बरतें।
-डॉ। आरके महाजन, सीनियर न्यूरोलॉजिस्ट, महाजन हॉस्पिटल