Bareilly: अगर आप अपने मोबाइल में डिफरेंट रिंगटोन और वालपेपर रखने के शौकीन हैं. हर हफ्ते रिलीज होने वाली मूवीज के गाने और वीडियोज आपके मोबाइल की शान बढ़ाते हैं जिसे दिखाकर आप फ्रेंड्स पर टशन जमाते हैं तो यह खबर आपके लिए है. अब मोबाइल में लेटेस्ट रिंगटोन सांग्स और मूवीज लोड करवाने के लिए आपको जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है. मेमोरी कार्ड में सांग्स वीडियो और इस तरह के कंटेंट डाउनलोड करने वाले शॉपकीपर्स पर मनोरंजन विभाग लगाम कसने की तैयारी में है. मेमोरी कार्ड की डाउनलोडिंग करने के लिए शॉपकीपर्स को लाइसेंस लेना होगा. शॉपकीपर्स इस डायरेक्शन को बिजनेस किलर मान रहे हैं. हांलाकि यह कवायद अच्छी है लेकिन इस नियम का सीधा असर कंज्यूमर्स की पॉकेट पर पडऩा भी तय है.


Licence होगा अनिवार्य सिटी की लगभग सभी मोबाइल शॉप्स पर मेमोरी कार्ड डाउनलोडिंग की फैसिलिटी अवेलेबल है। अब तो ये बिजनेस सिटी की गलियों-मोहल्लों तक में पांव पसार चुका है। ऐसे में मनोरंजन कर आयुक्त द्वारा विभाग को भेजी गई डायरेक्शन कई शॉपकीपर्स के लिए नागवार गुजरेगी। नए डायरेक्शन के अकॉर्डिंग मोबाइल के मेमोरी कार्ड में डाउनलोडिंग का काम करने के लिए अब शॉपकीपर्स को मनोरंजन कर विभाग से लाइसेंस लेना अनिवार्य होगा।20 लाख से ज्यादा का turnoverसिटी में मेमोरी कार्ड डाउनलोडिंग का बिजनेस पर मंथ 20 लाख से ऊपर पहुंच चुका है। यह सेक्टर फिलहाल मनोरंजन कर विभाग की कार्यक्षेत्र से बाहर था। इससे विभाग का नुकसान तो हो ही रहा था। साथ ही कोई समस्या आने पर कंज्यूमर्स की शिकायत पर एक्शन के कोई चांसेज भी नहीं बचते थे।बढ़ता ही जा रहा है market


टेक्नोलॉजी ने पैर पसारे तो मेमोरी काड्र्स का बिजनेस भी आसमान पर पहुंच गया। कैमरे, कंप्यूटर, मोबाइल, व्हीकल्स के प्लेयर हर किसी इक्विपमेंट में मेमोरी कार्ड का यूज होता है। बिजनेस सेक्टर से जुड़े लोगों का मानना है कि हर साल यह कारोबार बढ़ता ही जा रहा है। सिटी में 4,000 से ज्यादा shopes

सिटी की गलियों और मोहल्लों में शॉप्स पर लैपटॉप से मेमोरी कार्ड की डाउनलोडिंग करते शॉपकीपर्स आपको आसानी से मिल जाएंगे। सोर्सेज के मुताबिक सिटी में 4,000 से ज्यादा ऐसी शॉप्स है, जहां मेमोरी कार्ड डाउनलोडिंग का काम होता है। वहीं शॉपओनर मानते हैं कि पहले के मुकाबले अब डाउनलोडिंग का बिजनेस 40 परसेंट डाउन हो चुका है। ऐसे में इस डायरेक्शन के बाद कई दुकानों के शटर गिर जाएंगे। अधिकारियों की होगी excerciseयह डायरेक्शन मनोरंजन कर विभाग के अधिकारियों की भी खूब एक्सरसाइज कराएगी। डाउनलोडिंग के लिए ज्यादा ऐसेसरीज की रिक्वायरमेंट नहीं होती है। सिर्फ एक लैपटॉप या कम्प्यूटर के साथ नेट कनेक्शन और मल्टी प्लग मेमोरी कार्ड रीडर की जरूरत होती है। ऐसे में अधिकारियों के लिए ये सिरदर्द बन गया है कि उन दुकानों को चिन्हित कैसे करेंगे जिनमें डाउनलोडिंग का बिजनेस चलता है।पूरे स्टेट में एक साथ लागू मनोरंजन कर अधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह बताते हैं कि शासन से इस तरह के डायरेक्शन मिलने के बाद पहले देवरिया और कुशीनगर में यह रूल लागू किया गया था। इन जगहों पर ऐसी कई शॉप्स को आईडेंटिफाई कर 78,000 रुपए की वसूली की जा चुकी है। इस सफलता से प्रेरित होकर ही शासन ने पूरे प्रदेश में यह नियम लागू कर दिया है।   नहीं मिलेगा concession

बटलर प्लाजा में मेमोरी कार्ड डाउनलोडिंग का काम करने वाले व्यवसायी बताते हैं कि यह बिजनेस पहले से ही हेक्टिक हो चुका है। एक तो शॉप पर आने वाले कंज्यूमर्स डिफरेंट मेटेरियल की डिमांड करते हैं। इसके लिए हमे गानों, मूवीज की लंबी लाइब्रेरी मेनटेन करनी पड़ती है। इसमें काफी कॉस्ट भी आती है। कई कंज्यूमर्स इसके लिए पैसा भी नहीं देते हैं। अब तो हम व्यवहार में भी फ्री में नहीं डाउनलोडिंग कर सकते। इसके लिए अब कंज्यूमर्स से पूरे चार्जेज लेना हमारी मजबूरी होगी। मेमोरी कार्ड डाउनलोडिंग चार्ज मेमोरी कार्ड     चार्जेज  1 जीबी          20 रुपए  2 जीबी          20 रुपए  4 जीबी          30 रुपए  8 जीबी          50 रुपए  16 जीबी        80 रुपए  32 जीबी       100 से 120 रुपए लाइसेंस फीस1 लाख से ज्यादा आबादी वाला क्षेत्र       क्व1,000 1.5 लाख से ज्यादा आबादी वाला क्षेत्र     क्व3,000 5 लाख से ज्यादा आबादी वाला क्षेत्र     क्व5,000 पकड़े गए तो जुर्माना
डाउलोडिंग करने वाली शॉप्स के लिए लाइसेंस जारी करने का सर्कुलर हमारे पास आ चुका है। जल्द ही छापेमारी और कार्रवाई स्टार्ट करेंगे। शॉपकीपर्स को विभाग आकर खुद ही लाइसेंस के लिए एप्लाई कर देना चाहिए। अगर बाद में पकड़े गए तो जुर्माना का प्रावधान भी किया गया है। - चंद्र प्रकाश सिंह, मनोरंजन कर अधिकारी  ये डायरेक्शन बिजनेस के लिए ठीक नहीं है। पहले से ही डल चल रहे बिजनेस के लिए लाइसेंस की बाउंडेशन कमर तोडऩे वाला डिसीजन है। - सज्जन खान, शॉपकीपर नेट का बढ़ता यूज डाउनलोडिंग का बिजनेस बर्बाद कर रहा है। अब अगर लाइसेंस की बाध्यता की जाएगी तो कई शॉपकीपर ये बिजनेस बंद करने के लिए मजबूर हो जाएंगे।- अफजल खान, शॉपकीपर

Posted By: Inextlive