आईएमए की मांग राइट टू हेल्थ
आईएमए नेशनल जनरल सेक्रेटरी ने की हेल्थ सेक्टर में सुधार की मांग
BAREILLY: देश में हेल्थ को लेकर सुविधाएं बढ़ाने और इसे नेशनल पॉलिसी में गंभीरता से शामिल करने के लिए आईएमए ने एक बार फिर आवाज बुलंद की है। आईएमए ने देश में राइट टू इंफॉर्मेशन, राइट टू एजुकेशन और राइट टू फूड की तर्ज पर ही राइट टू हेल्थ की डिमांड की है, जिससे देश में हर किसी को बेहतर और आसान मेडिकल फैसिलिटी मुहैया हो सकें। आईएमए नेशनल कमेटी के जनरल सेक्रेटरी डॉ। नरेन्द्र सैनी संडे को बरेली में मौजूद थे। उन्होंने हेल्थ सेक्टर में कई सुधार किए जाने और साथ संसद में मेडिकल फील्ड से भी राज्य सभा सांसद चुने जाने की वकालत की। जिससे हेल्थ पॉलिसी को लागू कराने में जोर रहे। जगा रहे एजेंडे की अलखडॉ। नरेन्द्र सैनी ने बताया कि आईएमए की नेशनल कमेटी ने लोकसभा चुनाव से पहले ही सभी नेशनल पॉलिटिकल पार्टीज को अपना एजेंडा सौंपा था। जिसमें हेल्थ से जुड़े कई सुधार किए जाने की मांग थी। लेकिन किसी भी पार्टी ने अपने मैनिफेस्टो में इसे शामिल नहीं किया। उन्होंने कहा कि देश में हेल्थ सेक्टर में जीडीपी का सिर्फ 0.9 फीसदी बजट ही पास होता है जबकि जरूरत फ् परसेंट तक की है। डॉ। सैनी ने कहा कि बांग्लादेश और श्रीलंका जैसे देशों की हेल्थ पैरामीटर्स इंडिया से ज्यादा बेहतर हैं। आईएमए जनरल सेक्रेटरी ने कहा कि युवा डॉक्टर्स गांवों में काम करने को रेडी है लेकिन उन्हें काम करने का माहौल दिया जाए साथ ही जरूरी सुविधाएं भी मुहैया हों।