शहीदों और क्रांतिकारियों को दो युवाओं का सलाम
- मुंबई के सलमान और शाहजहांपुर के श्रवण कर रहे चौराहे पर लगी मूर्तियों की साफ सफाई
BAREILLY: एक ओर जहां स्वतंत्रता संग्राम के क्रांतिकारियों पर राजनीति की बिसातें बिछाई जा रही हैं तो वहीं, दूसरी ओर दो युवाओं ने क्रांतिकारियों की सेवा में अपना जीवन समर्पित करने की ठान ली है। ऐसे ही युवा हैं मुंबई निवासी सलमान खान और शाहजहांपुर निवासी श्रवण राज। जिन्होंने लखनऊ, शाहजहांपुर, मुंबई के बाद अब बरेली के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए उनकी मूर्तियों को साफ करने का बीड़ा उठाया है। स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की करीब भ्0 से ज्यादा चौराहों पर लगी मूर्तियों को साफ करते हुए बरेली पहुंचे हैं। दोस्ती के साथ शुरू हुई अनूठी पहलदोनों युवाओं ने कहा कि नेता भले ही राजनीति करें, लेकिन उनके दिल में शहीदों के लिए सम्मान है। मुंबई में प्राइवेट कंपनी में जॉब कर रहे सलमान खान और शाहजहांपुर के एनजीओ में वर्क करने वाले श्रवण राज की मित्रता अचानक हुई। बातचीत के दौरान ही दोनों ने एक साथ मिलकर वीरों की मूर्ति को साफ कर उनकी सेवा को याद रखने का बीड़ा उठाया। दोनों अपने पास साफ-सफाई के लिए बाल्टी, साबुन, कपड़े, ब्रश व अन्य आइटम रखते हैं। उन्होंने राष्ट्रपति से क्रांतिकारियों और समाजसेवियों की मूर्तियों की हर दिन साफ सफाई और माला पहनाने की व्यवस्था करने की मांग की है।